देहरादून, जेएनएन। स्थानीय निकाय चुनाव में रायपुर क्षेत्र में दो पक्षों में भिड़ंत का मामला तूल पकड़ गया है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थाने में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मौके पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं से उनकी भिड़ंत हो गई। भीड़ ने पथराव किया तो पुलिस ने लाठियां फटकारकर उन्हें अलग करने का प्रयास किया।
नगर निगम के चुनाव में रायपुर क्षेत्र के एक वार्ड से कांग्रेस के प्रवेश त्यागी चुनाव जीते थे। 21 नवंबर को प्रवेश के जुलूस के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में मारपीट हो गई थी।
इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ क्रास रिपोर्ट दर्ज की थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में पुलिस इस मामले में कार्रवाई की बजाय समझौता कराने का प्रयास कर रही है।
आज दोपहर काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ रायपुर थाने के समक्ष जुट गई। इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ता भी पहुंच गए। दोनों ओर से एक दूसरे के खिलाफ नारे लगने लगे और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
इस दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में कई बार मारपीट भी नौबत भी आई। वहीं, भीड़ में किसी ने पत्थर भी फेंक दिए। इस पर दो भाजपाई रविंद्र मिश्र व जितेंद्र बिष्ट को चोट आई। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने लाठियां फटकार को स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। सीओ डालनवाला जया बलूनी दोनों पक्ष के नेताओं से बातचीत कर मामले को सुलझाने का प्रयास करती रही।
कांग्रेस पार्षद व निर्दलीय उम्मीदवार के खिलाफ क्रॉस एफआइआर
देहरादून के वार्ड-16 बकरालवाला के नवनिर्वाचित पार्षद डॉ. विजेंद्र पाल के विजय जुलूस में हुई मारपीट के मामले में कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि दोनों पक्षों में पहले भी विवाद हो चुका है।
बता दें, बकरालवाला से निर्दलीय उम्मीदवार तृप्ति थापा ने बीते बुधवार को आरोप लगाया था कि वार्ड से विजेता डॉ. विजेंद्र पाल की ओर से जुलूस निकाला गया था। जुलूस जब राजपुर रोड स्थित उनके घर के सामने पहुंचा तो कुछ लोग उनके घर के सामने आतिशबाजी करने लगे।
चहारदीवारी के भीतर भी पटाखे और बम फेंके गए। उनके बेटे राघव ने जब ऐसा करने से मना किया तो समर्थकों ने गेट खोलकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। शोर सुन उनकी बेटी कलश थापा बाहर आई तो उसके साथ भी मारपीट की गई।
आरोप है कि मारपीट कर रहे लोगों ने घर में आग लगा देने तक की धमकी दी। इसे लेकर मौके पर काफी देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही। मामले में तृप्ति थापा ने उसी रात कोतवाली के धारा चौकी पर तहरीर देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। उनकी ओर से अगले दिन पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए प्रेस कांफ्रेंस भी की गई थी।
उधर, डॉ.विजेंद्र पाल की ओर से भी कोतवाली में घटना के तुरंत बाद तहरीर देकर तृप्ति थापा व उसके परिवार पर मारपीट करने का आरोप लगाया गया। उनका कहना था कि तृप्ति थापा और उनके परिवार ने बेवजह उनके साथ मारपीट की।
एसएसपी ने बताया कि मामले में दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों पक्षों में लंबे समय से विवाद चल रहा है। दोनों पर पूर्व में शांतिभंग के तहत कार्रवाई भी की जा चुकी है।