सारण। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर मंगलवार को बलिया- सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन से रेल पुलिस ने एक तस्कर को 50 नरकंकाल के साथ गिरफ्तार किया है। तस्कर के पास से विदेशी मुद्रा के साथ पांच एटीएम कार्ड एवं तीन अलग-अलग जगहों के पहचान पत्र मिले हैं।
हाल में मुजफ्फरपुर स्टेशन पर लावारिस बैग से नरकंकाल मिलने के बाद पुलिस इसमें अंतरराष्ट्रीय गिरोह की संलिप्तता मान रही है। वहीं, तस्कर ने पुलिस को बताया कि वह तंत्र-मंत्र करने वालों को नरकंकालों को बेचता है।
रेल डीएसपी मोहम्मद तनवीर आलम ने बताया कि अवैध शराब एवं मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए जीआरपी सघन अभियान चला रही है। इसी के तहत मंगलवार को बलिया-सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन के एक यात्री के बैग की तलाशी लेने पर उसमें 50 नर कंकाल मिले।
16 मानव खोपड़ी, 34 मानव हड्डी देख पुलिस हैरत में पड़ गई और तस्कर को थाने ले आई। तस्कर मोतिहारी जिले के पहाड़पुर थाना अंतर्गत दूधियांवा गांव निवासी बाबूलाल साह का 29 वर्षीय पुत्र संजय प्रसाद है। उसके पास से 2450 रुपये नगद, पांच एटीएम कार्ड, तीन अलग-अलग पहचानपत्र के साथ भूटानी मुद्रा एवं विदेशी सिम कार्ड मिला है। पुलिस मामले की गहन छानबीन कर रही है।
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि पूछताछ के दौरान प्रसाद ने बताया कि उसने उत्तरप्रदेश के बलिया से इन कंकालों को खरीदा था और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी होते हुए भूटान जा रहा था।
उन्होंने कहा कि प्रसाद संभवत: उस गिरोह का हिस्सा था जो हिमालयी देश में तांत्रिकों को नरकंकाल की आपूर्ति करते हैं। उसे जेल भेज दिया गया है और उसके सहयोगियों की तलाश के लिए जांच जारी है।
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले के पूरबस्थली शहर में पुलिस ने एक घर से 18 नरकंकाल जब्त किए थे। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। कालना के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) नितिन सिंघानिया ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस के एक दल ने पूरबस्थली में नंदा कॉलोनी के एक घर पर छापा मारा और 18 कंकाल जब्त किए।
उन्होंने बताया कि कंकाल आपूर्ति का अवैध कारोबार चलाने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।एसडीपीओ ने बताया कि तापस पाल और उसका सहयोगी मनोज विश्वास मानव कंकाल का अवैध कारोबार करते थे।