उत्तर प्रदेश की रायबरेली जिला जेल में कैदियों द्वारा कथित रूप से शराब मंगवाने, जेलर को रिश्वत देने की बात कहने और किसी को धमकी देने का वीडियो वायरल होने के बाद वरिष्ठ कारागार अधीक्षक समेत छह अधिकारियों को नलंबित कर दिया गया है। साथ-साथ उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि रायबरेली जिला जेल के अंदर कैदियों द्वारा किसी को फोन करके शराब मंगवाने, किसी को धमकी देने और जेलर को रिश्वत देने की बात करने का वीडियो वायरल होने के मामले में जिला कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ल, कारापाल गोविन्द राम वर्मा, उप कारापाल रामचन्द्र तिवारी, मुख्य जेल वार्डन लालता प्रसाद उपाध्याय, जेल वार्डन गंगाराम और शिवमंगल सिंह को निलम्बित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो में दिखायी दे रहे चार बंदी अपराधियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उन्हें अन्य कारागारों में स्थानान्तरित कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक बीते 21 नवंबर को जेल में ली गयी सघन तलाशी के दौरान चार मोबाइल फोन सेट और एक सिमकार्ड बरामद किये जाने का मामला भी उसी मुकदमे में शामिल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर रविवार को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा एक बार फिर जेल में तलाशी लिये जाने पर सिगरेट, लाइटर, माचिस, मिठाइयां तथा मेवे आदि खाद्य पदार्थ बरामद हुए थे। इस पूरे प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप में वरिष्ठ जेल अधीक्षक समेत छह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।