पटना। दिल्ली से लौटे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को नीतीश कुमार को देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री करार दिया और कहा कि ‘घोटालों की बहार है, क्योंकि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है।
दिल्ली से पटना लौटने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि एक ओर नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने की बात करते हैं और दूसरी ओर उनके शासनकाल में 35 घोटाले हो गए हैं। सृजन घोटाले में अब तक किसी बड़े अधिकारी और किसी मंत्री पर कार्रवाई नहीं हुई और फिर से एक नया घोटाला सामने आ गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुजफ्फरपुर और दरभंगा के नजारत कार्यालय की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ी की गई है। बिहार में 233 करोड़ रुपये का एक और घोटाला सामने आया है। महालेखाकार कार्यालय ने ऑडिट रिपोर्ट में इस गड़बड़ी का जिक्र किया है।
सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2017 तक की ऑडिट रिपोर्ट में करीब दो अरब 33 करोड़ 23 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता सामने आ चुकी है। तेजस्वी ने कहा, ‘भागलपुर के सृजन घोटाले की तरह इस घोटाले में भी आरोपियों को बचाया जाएगा। अब नीतीश चाचाजी को जबाब देना होगा। वर्तमान में देश में अगर कोई सबसे बड़ा भ्रष्ट मुख्यमंत्री है तो वह हमारे चाचा हैं।’