जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रविवार को घुसपैठ विरोधी एक अभियान के दौरान घायल हुए सर्जिकल स्ट्राइक के वीरों में से एक कमांडो संदीप सिंह सोमवार को शहीद हो गए। लांस नायक संदीप सिंह (30) पंजाब के गुरदासपुर जिले के गांव कोटला खुर्द के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी है।
रविवार को एलओसी पर आतंकियों ने घुसपैठ की थी। इसमें पहले दिन दो आतंकी मारे गए थे, जबकि सोमवार को तीन और आतंकी मारे गए। मुठभेड़ में संदीप सिंह घायल हो गए थे जिसके बाद उन्हें श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनका निधन हो गया।’
खबर को सुनने के बाद उनके पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई और सभी लोग घर के बाहर जमा हो गए हैं। पिता जगदेव सिंह को उनके दोस्त संभालने में लगे हुए हैं और सभी लोग इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। 2007 में भारतीय सेना में भर्ती होने वाले संदीप की ड्यूटी इन दिनों 4 पैरा उधमपुर रेजिमेंट में थी। तंगधार में घुसपैठ की सूचना पर उन्हें वहां भेजा गया था।
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक स्थान ले जाया जाएगा जहां पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। दुख के इस घड़ी में सेना शहीद के परिवार के साथ एकजुट होकर खड़ी है और उनकी गरिमा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।’
सेना ने श्रद्धांजलि अर्पित की
सेना ने शहीद संदीप सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि तंगधार सेक्टर में अभियान के दौरान सिंह गोली लगने के कारण घायल हो गए थे। उन्होंने बताया, ‘बदामीबाग छावनी में एक समारोह में कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट और सभी रैंकों ने राष्ट्र की ओर से शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि भी शहीद को अंतिम विदाई देने के समारोह में शामिल हुए।
2016 में सर्जिकल स्ट्राइक
2016 में 28-29 सितंबर की रात पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के पैरा कमांडो के दल में शामिल थे संदीप। इस सर्जिकल स्ट्राइक से भारत ने दुनिया को बता दिया था कि वो दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारने की कूवत रखता है। संदीप का इस टीम का हिस्सा होना इस बात को साबित करता है कि वो एक बहादुर भारतीय सैनिक थे।