सेक्टर-15 से चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे में फंसी कई लड़कियों ने खुलासा किया है कि मुख्य आरोपी डॉक्टर संतोष ने नशे का इंजेक्शन लगाकर सबसे पहले उनके साथ रेप किया था। आरोपी ने उपचार के लिए दवा का इंजेक्शन देने के बहाने उनको बेहोश कर दिया था। रेप की अश्लील वीडियो बनाकर उनको ब्लैकमेल भी किया गया। पुलिस इस मामले फरार चल रहे 16 दलालों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
सेक्टर-15 में रहने वाले कथित डॉक्टर संतोष, सौरभ, हाकिम उर्फ मामा और एक महिला को सेक्टर-20 पुलिस ने एक सितंबर को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया था, जब वह एक लड़की को ग्राहक के पास लेकर जा रहे थे। संतोष के पास ये नाबालिग लड़की बीमारी का उपचार कराने के लिए आई थी लेकिन आरोपी ने उसे मॉडल बनाकर पैसे कमाने का लालच देकर देह व्यपार के धंधे में धेकल दिया था।
संतोष ने लड़की को एक लाख रुपये में बेच दिया था। आठ दिन तक उसे सेक्टर-15 स्थित एक गेस्ट हाउस में छिपाकर रखा गया। लड़की के परिजन उसकी तलाश में जुटे थे। शक होने पर परिजनों ने सेक्टर-20 थाने में संतोष के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
आरोपियों ने ठिकाना बदला
पुलिस को बुधवार को एक दर्जन से अधिक दलालों की लोकेशन गुरुग्राम में मिली थी। लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने ठिकाना बदल लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे हैं।
नेताओं के नाम छिपाने का आरोप
लड़कियों ने बताया कि आरोपियों से मिलने कई स्थानीय नेता भी आते थे। वह उनके साथ रेप करते थे लेकिन पुलिस नेताओं के नाम नहीं खोल रही है। आरोप है कि पुलिस उनको बचा रही है।
पुलिस को मामले की जानकारी थी
पीड़ित लड़कियों के अनुसार, जिस्मफरोशी की पुलिस को पहले से जानकारी थी। कई सिपाहियों का आरोपियों के पास आना-जाना था। लेकिन आज तक पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि यह धंधा पुलिस की मिलीभगत से ही चल रहा था।