अलीगढ़। अलीगढ़-आगरा हाईवे स्थित मडराक टोल प्लाजा के निकट मंगलवार दोपहर अलीगढ़ से फीरोजाबाद जा रही बरातियों से भरी बस की मिनी बस से सीधी भिड़ंत हो गई। हादसे में पांच महिला शिक्षकों समेत 12 की मौत हो गई। 10 मृतक मिनी बस में ही सवार थे। इनमें से एक शिक्षिका का आठ माह का बेटा भी है। एक मृतक की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है। दुर्घटना में 25 यात्री घायल भी हैैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। हादसे की वजह बूंदाबांदी से सड़क पर फिसलन और मिनी बस की तेज रफ्तार बताई जा रही है।
यह भयानक हादसा अलीगढ़ जिला मुख्यालय से 16 किमी दूर मडराक टोल प्लाजा से दो किमी दूर हाथरस की ओर हुआ। मंगलवार को अलीगढ़ शहर के माल गोदाम स्थित मुहल्ला अमोलिया से दानिश पुत्र भूरा की बरात फीरोजाबाद के रामगढ़ जा रही थी। दानिश दोस्तों के साथ कार से रवाना हो गया। मां इशरत, छोटा भाई नईम समेत 60-65 रिश्तेदार निजी बस से निकले। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कोठिया मोड़ पर सासनी की ओर से आई मिनी बस ने टेंपो को जैसे ही ओवरटेक किया, सामने से आई बरातियों की बस से भिड़ंत हो गई।
24 सीट वाली मिनी बस में 45-50 सवारियां थीं। तेज रफ्तार व बारिश की फिसलन के कारण चालक मिनी बस पर संतुलन नहीं रख सका। बस के परखच्चे उड़ गए। हादसा इतना भयानक था कि मिनी बस चालक पवन (45) पुत्र राजेंद्र निवासी नोहटी मडराक (अलीगढ़), शिक्षिका अंजली (30) पत्नी शिवकुमार निवासी नगला कलार (अलीगढ़) व शिक्षिका कामनी उपाध्याय (25) पत्नी डेविड नगला दाऊजी सासनी (हाथरस) की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बसों में फंसे लोगों को निकाला।
शिक्षिका गीता (25) पत्नी राजेश निवासी निदा वाजिदपुर सिकंदराराऊ (हाथरस), शिक्षिका मोनिका (30) पत्नी सुधीर निवासी मेलरोज बाईपास (अलीगढ़), बराती अब्दुल वाहिद (50) पुत्र अब्दुल दाउद जीवनगढ़ (अलीगढ़), शिक्षिका साधना (30) पत्नी हरवेंद्र निवासी कोंडला बुलंदशहर, मलखान (35) पुत्र मुरलीधर गांव भुखरावली दाऊजी मथुरा, सोमेश उर्फ सोनू (40) पुत्र रक्षपाल टीकरी हाथरस जंक्शन व इनके आठ माह के बेटे कार्तिक और 50 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई। साधना के पति हरवेंद्र गाजियाबाद में पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड में जेई हैैं। सोमेश की पत्नी ममता घायल हैैं। घायलों को रूसा हॉस्पिटल, जिला अस्पताल व जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।
दोनों वाहन चालकों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। मालिकों के खिलाफ भी एफआइआर होगी। हादसे की तकनीकी जांच भी कराई जा रही है। आरटीओ से पूछा गया है कि बसों को किस परिस्थिति में परमिट दिया?
अजय साहनी, एसएसपी
ओवरटेक करते ही हो गई भिड़ंत
यह भयानक हादसा अलीगढ़ जिला मुख्यालय से 16 किमी दूर मडराक टोल प्लाजा से दो किमी दूर हाथरस की ओर हुआ। मंगलवार को अलीगढ़ शहर के माल गोदाम स्थित मुहल्ला अमोलिया से दानिश पुत्र भूरा की बरात फीरोजाबाद के रामगढ़ जा रही थी। दानिश दोस्तों के साथ कार से रवाना हो गया। मां इशरत, छोटा भाई नईम समेत 60-65 रिश्तेदार निजी बस से निकले। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कोठिया मोड़ पर सासनी की ओर से आई मिनी बस ने टेंपो को जैसे ही ओवरटेक किया, सामने से आई बरातियों की बस से भिड़ंत हो गई। 24 सीट वाली मिनी बस में 45-50 सवारियां थीं। तेज रफ्तार व बारिश की फिसलन के कारण चालक मिनी बस पर संतुलन नहीं रख सका। बस के परखच्चे उड़ गए।
हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
हादसे में मिनी बस चालक पवन (45) पुत्र राजेंद्र निवासी नोहटी मडराक (अलीगढ़), शिक्षिका अंजली (30) पत्नी शिवकुमार निवासी नगला कलार (अलीगढ़) व शिक्षिका कामनी उपाध्याय (25) पत्नी डेविड नगला दाऊजी सासनी (हाथरस) की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बसों में फंसे लोगों को निकाला। शिक्षिका गीता (25) पत्नी राजेश निवासी निदा वाजिदपुर सिकंदराराऊ (हाथरस), शिक्षिका मोनिका (30) पत्नी सुधीर निवासी मेलरोज बाईपास (अलीगढ़), बराती अब्दुल वाहिद (50) पुत्र अब्दुल दाउद जीवनगढ़ (अलीगढ़), शिक्षिका साधना (30) पत्नी हरवेंद्र निवासी कोंडला बुलंदशहर, मलखान (35) पुत्र मुरलीधर गांव भुखरावली दाऊजी मथुरा, सोमेश उर्फ सोनू (40) पुत्र रक्षपाल टीकरी हाथरस जंक्शन व इनके आठ माह के बेटे कार्तिक और 50 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई। साधना के पति हरवेंद्र गाजियाबाद में पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड में जेई हैैं। सोमेश की पत्नी ममता घायल हैैं। घायलों को रूसा हॉस्पिटल, जिला अस्पताल व जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।
मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि दोनों वाहन चालकों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। मालिकों के खिलाफ भी एफआइआर होगी। हादसे की तकनीकी जांच भी कराई जा रही है। आरटीओ से पूछा गया है कि बसों को किस परिस्थिति में परमिट दिया?
दुर्घटनाग्रस्त बसों के परमिट का आरटीओ में रिकार्ड नहीं
अलीगढ़ के मडराक हादसे में 12 की मौत के बावजूद परिवहन विभाग दोनों बसों के परमिट की वैधता संबंधी रिपोर्ट नौ घंटे बाद भी नहीं दे पाया। दैनिक जागरण ने जब आरटीओ राधेश्याम से पूछा तो जवाब मिला कि दोनों बसों के स्थायी या अस्थायी दोनों ही किस्म के परमिट जारी करने का हमारे पास कोई रिकार्ड नहीं है। यह हाल तब है, जबकि 24 सीटर मिनी बस में 40-50 सवारियां थीं और 54 सीटर दूसरी बस में 60 से ज्यादा बराती थे। हादसे की जांच एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी को दी गई है।
हादसे की रिपोर्ट परिवहन आयुक्त को भेजी
परिवहन विभाग ने हादसे की रिपोर्ट जरूर परिवहन आयुक्त पी. गुरु प्रसाद को भेज दी है। पहली रिपोर्ट में एक की मौत व 12 घायल बताए गए। जब यह आंकड़ा बढ़ा तो अन्य की सूचना फोन पर नोट कराई। दुर्घटनाग्रस्त बस (संख्या यूपी 81बीटी-4054) अलीगढ़ के भुजपुरा स्थित मुल्ला पाड़ा निवासी यामीन खां के नाम पंजीकृत है। यह 27 सितंबर तक फिट है। मिनी बस (संख्या-यूपी 81एएफ 3848) भी अलीगढ़ के ही कृष्णापुरी मठिया निवासी केशव सिंह सोलंकी के नाम पंजीकृत है। इसकी फिटनेस वैधता 16 नवंबर तक है। आरटीओ ने दोनों बस मालिकों को नोटिस जारी किए हैैं।