एसपी पूर्वी के पद पर तैनात IPS अधिकारी सुरेंद्र दास ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ खा लिया है। उन्हें सुबह बुधवार सुबह 6 बजे सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताई है। सुरेंद्र दास बलिया के भरौली गांव के रहने वाले हैं। इनका परिवार लखनऊ में शिफ्ट है। पुलिस परिजनों के लखनऊ से पहुंचने का इंतजार कर रही है। उनके शरीर में जहर की पुष्टि हुई है। रीजेंसी के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट राजेश अग्रवाल ने बताया कि अाईपीएस सुरेंद्र दास काफी गंभीर हालत में है।
सुरेंद्र दास 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और हाल ही में कानपुर में एसपी पूर्वी पद पर तैनाती हुई है। एडीजी अविनाश चंद्र के मुताबिक के मुताबिक अभी जीवन बचाने की कोशिश की जा रही है। जरूरी हुआ तो एयरलिफ्ट करेंगे। कामकाज के तनाव जैसी बात सामने नहीं आई है। घटना के पीछे उनके निजी विवाद ही हैं। अन्य कारणों की जांच बाद में होगी। परिवार के आने पर जरूरी हुआ तो एयर एबुंलेंस से दिल्ली ले जाएंगे। ज्वाइनिंग लीव पर दिल्ली गए एसएसपी अनंतदेव कानपुर लौट रहे हैं।
रात में भी बिगड़ गई थी हालत
सुबह तक काफी उल्टी होने के चलते हालत गंभीर हो गई तो 6 बजे भर्ती कराया गया। मौके पर रीजेंसी अस्पताल जाकर एडीजी अविनाश चंद्र और कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा भी प हुंचे। प्रभारी एसएसपी तथा एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने बताया कि अभी यह साफ नहीं है कि फूड प्वाइजन है या फिर उन्होंने खाया है। हालत गंभीर होने के नाते पूरा फोकस इलाज पर है। एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि एसपी पूर्वी आउटस्टैंडिंग अफसर है। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया है। उनके भाई व परिजन लखनऊ से आ रहे है। अभी उनको गंभीर अवस्था से बाहर निकालना प्राथमिकता है।
सुरेंद्र दास की ससुराल कानपुर में
आईपीएस सुरेंद्र दास की पत्नी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से एमएस कर रही हैं और जूनियर रेजीडेंट के रूप में भी तैनात हैं। इनकी ससुराल कानपुर के काकादेव में है। घटना की सूचना मिलते ही ससुरालीजन अस्पताल पहुंच गए हैं।
वेंटीलेटर पर रखा गया है, हालत गंभीर
रीजेंसी के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट राजेश अग्रवाल ने बताया कि सुबह 6:00 बजे आईपीएस सुरेंद्र दास को रीजेंसी में एडमिट कराया गया था। उस वक्त इनकी पल्स नहीं मिल रही थी और ब्लड प्रेशर काफी कम हो गया था। गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। अभी हालत गंभीर बनी हुई है। यदि जरूरी हुआ तो उन्हें दिल्ली या किसी अन्य बड़े अस्पताल शिफ्ट करेंगे।
बताते चलें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राजेश साहनी ने अपने कार्यालय सरकारी हथियार से खुद की कनपटी पर गोली मार ली थी। साहनी 1992 बैच के प्रांतीय पुलिस सेवा के अधिकारी थे।