मिशन 2019 की तैयारी में जुटी कांग्रेस के लिए मुसीबत न बन जाएं कद्दावर नेता

 

नई दिल्ली । प्रदेश कांग्रेस में कद्दावर नेताओं का अहं-अभिमान पार्टी के भविष्य के लिए भी खतरा बन रहा है। आलम यह है कि संगठन के पदाधिकारियों की सूची तक अधूरी ही जारी हो रही है। यही स्थिति रही तो कहीं ऐसा न हो जाए कि कांग्रेस का हाथ जनता का साथ मिले बिना ही रह जाए। 24 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की सूची जारी की गई, लेकिन 14 में से 12 नाम ही घोषित हो पाए। पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल के संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले दोनों जिलों में अध्यक्षों की नियुक्तियां रोक दी गईं। इसी तरह से 31 जुलाई को ब्लॉक अध्यक्षों की सूची जारी की गई, लेकिन इसमें भी 280 में से 220 नाम ही घोषित किए जा सके। 60 ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति अधर में है।

सूत्रों की मानें तो पार्टी के पुराने नेताओं में अहम व अभिमान की लड़ाई चल रही है। कोई पूर्व सांसद है तो कोई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कोई केंद्र में मंत्री रह चुका है तो कोई प्रदेश में। कोई किसी को पद में छोटा समझता है तो कोई कद में। इसी का नतीजा है कि प्रदेश कांग्रेस में अनेक जगह सामंजस्य दिखाई नहीं पड़ता। पिछले दिनों ही पूर्व विधायक रामसिंह नेताजी ने बदरपुर जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया तो पार्टी हाईकमान राहुल गांधी को भेजे गए पत्र में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और प्रदेश प्रभारी पीसी चाको पर भी कई आरोप लगाए।

सर्वाधिक रस्साकशी उत्तर पूर्वी लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे जयप्रकाश अग्रवाल और पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे संदीप दीक्षित के साथ देखने में आ रही है। न तो इन नेताओं की प्रदेश कांग्रेस की किसी गतिविधि में कोई सहभागिता नजर आती है और न प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के साथ कोई तालमेल दिख रहा है। कुछ विधानसभा क्षेत्रों में भी अंदरखाने गुटबाजी चल रही है। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो दिल्ली कहीं फिर से दूर न चली जाए।

सम्मेलन से होगा चुनावी तैयारी का आगाज

दिल्ली की सियासी सरगर्मी के बीच प्रदेश कांग्रेस मिशन 2019 की तैयारी में जुट गई है। लंबे समय से पाइपलाइन में अटकी जिला व ब्लॉक अध्यक्षों की सूची एक सप्ताह के भीतर जारी करने के बाद शुक्रवार को इनका एक सम्मेलन भी रख दिया गया है। इसमें सभी जिला व ब्लॉक अध्यक्षों को लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

प्रदेश कांग्रेस के मुख्य मीडिया प्रभारी मेंहदी माजिद ने बताया कि सम्मेलन सुबह साढ़े 10 से दोपहर डेढ़ बजे तक कांस्टीट्यूशन क्लब में चलेगा। सभी 12 नवनियुक्त जिलाध्यक्षों और करीब 225 ब्लॉक अध्यक्षों को इसकी सूचना भेज दी गई है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और दिल्ली प्रभारी पीसी चाको व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन उन्हें संबोधित करेंगे। सभी जिला एवं ब्लॉक अध्यक्षों को 2019 के लोकसभा तथा 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उनकी भूमिका बताई जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि अपने नेतृत्व में किस तरह से युवाओं की फौज तैयार करनी है और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत बनानी है।

इस सम्मेलन में सिर्फ प्रमुख वक्ता ही अपनी बात नहीं रखेंगे, बल्कि जिला एवं ब्लॉक अध्यक्षों को भी अपने सुझाव देने को कहा जाएगा। पार्टी का प्रयास सभी को साथ लेकर दोनों ही चुनावों में हर हाल में जीत सुनिश्चित करनी है। इसके लिए कार्यकर्ताओं से लेकर शीर्ष नेताओं तक की एकजुटता के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

यहां नहीं बना एक भी ब्लॉक अध्यक्ष

बुराड़ी, बदरपुर, सीमापुरी, रोहताश नगर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर और करावल नगर विधानसभा क्षेत्र में ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पाई है।

युवा कांग्रेस और एनएसयूआइ से भी नए चेहरों को अवसर दियाः अजय माकन

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस के इतिहास में इतने भी ब्लॉक अध्यक्ष पहले कभी घोषित नहीं किए। जो रह गए हैं उनमें से पांच और एक-दो दिन में घोषित कर दिए जाएंगे। जो बच रहे हैं, उन्हें भी सहमति से बनाने की दिशा में काम चल रहा है। युवा कांग्रेस और एनएसयूआइ से भी नए चेहरों को अवसर दिया गया है। हमारी कोशिश है कि जहां कहीं भी मतभेद है, उसे जल्द सुलझा लिया जाए।