सेना कर्मी बनकर मदद करने के बहाने सात लोगों के गिरोह ने सात तोले सोने पर हाथ साफ कर दिया। चोरों ने बैग के नजदीक घेरा बनाकर योजनाबद्ध तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम दिया। महिला यात्री को घर पहुंचने के बाद चोरी का पता लगा। शिकायत के आधार पर छावनी जीआरपी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।चितकारा विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में वरिष्ठ बागवानी विशेषज्ञ हामिद रजा ने बताया कि 19 जनवरी को उसकी पत्नी व दो बेटियां रुद्रपुर सिटी से अंबाला छावनी के लिए सफर कर रही थी। उनकी सीट ट्रेन नंबर 12207 गरीबरथ एक्सप्रेस के एसी कोच जी-9 में थी। ट्रेन लगभग 2.30 बजे छावनी स्टेशन पहुंचने वाली थी। उनकी पत्नी सामान लेकर दरवाजे पर आ गई। तीन बैग होने की वजह से उन्होंने एक बैग दरवाजे के पास रखा और मौके पर बेटी को खड़ा कर दिया। दरवाजे के पास एक दंपती भी खड़ा था। इस दौरान तीन-चार लोग और दरवाजे के पास आकर खड़े हो गए। वे बिना पूछे मदद करने लगे। इसके कुछ देर तीन-चार और लोगों ने बैग के ईदगिर्द घेरा बना लिया। पत्नी ने बैग तक पहुंचने की कोशिश, लेकिन चोरों ने उन्हें बैग तक नहीं पहुंचने दिया। इस दौरान ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंच चुकी थी। पत्नी ने बताया कि दरवाजे पर खड़े चोर अचानक गायब हो गए। वह बैग व बच्चियों को लेकर प्लेटफार्म पर उतर गई। हामिद रजा ने बताया कि उन्होंने घर पहुंचकर बैग में रखा ज्वेलरी बॉक्स चैक किया तो वह खाली था। चोरों ने शातिर तरीके से बैग खोलकर ज्वेलरी बॉक्स से गहने चारी किए और फिर उसे बंद कर वापस बैग में रख दिया। बैग में सोने के दो कड़े, एक सेट नेकलेस व एक सेट चेन पेडल था. हामिद रजा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर यह चोरी सांसी ग्रुप का काम प्रतीत होती है। वह पहले भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते आए हैं। सांसी ग्रुप मुरादाबाद और सहारनपुर से आने वाली ट्रेनों में सक्रिय रहता है। मजबूत कद काठी वाले व्यक्ति इस ग्रुप का हिस्सा हैं। पीड़ित महिला ने इसकी जानकारी अमर उजाला संवाददाता के साथ साझा करते हुए बताया कि चोरी करने वाले गिरोह के सदस्यों उम्र 20 से 45 वर्ष के बीच है। वह उन्हें सामने आने पर पहचान सकती है।दो साल पहले भी हुई थी ऐसी ही घटना
लगभग दो साल पहले यूपी से कलानौर एयरफोर्स स्टेशन पर आए एयरफोर्स कर्मचारी के साथ भी इसी प्रकार चोरी की घटना हुई थी। ट्रेन में घेरा बनाकर 5-6 लोगों के गिरोह ने बैग से सोने के जेवरात चोरी कर लिए थे। जांच के बाद लाखों की चोरी में सांसी गिरोह का नाम आया था। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में आरपीएफ पर गाज गिरी थी।