हेल्थ केयर वर्कर (एचसीडब्ल्यू) और फ्रंटलाइन वर्कर (एफएलडब्ल्यू) के साथ-साथ 60 वर्ष या उससे अधिक की श्रेणी के लाभार्थियों को कोरोना टीके की बूस्टर डोज दी जाएगी। इसमें वही लाभार्थी शामिल होंगे जिन्होंने दूसरी खुराक के लेने की तारीख से 9 महीने यानी 39 सप्ताह पूरे कर लिए हैं।
राज्य में एक हजार से अधिक टीकाकरण केंद्रों पर बूस्टर डोज दी जाएगी। हेल्थ वर्कर व फ्रंटलाइन वर्कर अपने-अपने संस्थानों में ही बनाए गए टीकाकरण केंद्रों पर जबकि 60 से अधिक उम्र के लोग किसी भी टीकाकरण केंद्र पर जाकर बूस्टर डोज ले सकेंगे।
हेल्थ केयर वर्कर श्रेणी के कुल 03 लाख 07 हजार 501 लाभार्थी तथा फ्रंटलाइन वर्कर श्रेणी के कुल 01 लाख 43 हजार 99 लाभार्थी को बूस्टर डोज दी जाएगी। वहीं, 60 वर्ष से अधिक उम्र के 18.92 लाख लाभार्थियों को बूस्टर डोज दी जाएगी। पात्र लोगों को नए पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है।
जिन्होंने दूसरी खुराक के लेने की तारीख से 9 महीने यानी 39 सप्ताह पूरे कर लिए हैं, वैसे लाभार्थी भी इलाज कर रहे अपने चिकित्सकों के परामर्श से बूस्टर डोज ले सकते हैं। ऐसे लोगों को किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। लाभार्थी को उसी टीके की डोज दी जाएगी जो पहले मिली है। लाभार्थियों को उनकी पात्रता के लिए को-विन पोर्टल पर उपलब्ध विवरण से सत्यापित किया जाएगा।
पटना जिले में लगभग 68 हजार फ्रंट लाइन वर्कर एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका दिया जाएगा। वैसे व्यक्ति जो दोनों डोज ले चुके हैं तथा फ्रंटलाइन वर्कर अथवा हेल्थ केयर वर्कर हैं, उन्हें बूस्टर (प्रिकॉशनरी) डोज दिए जाएंगे। ऐसे लोग जिनकी उम्र 60 वर्ष हो गयी हो तथा दूसरा डोज लिए हुए 9 माह बीत गए हों, वैसे व्यक्ति नियमित टीकाकरण केंद्र पर प्रिकॉशनरी डोज ले सकते हैं।