
कोलकाता: कोलकाता के व्यस्त बुराबाज़ार इलाके में स्थित रितुराज होटल में मंगलवार रात आग लगने की घटना में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। यह घटना रात करीब 8:15 बजे हुई, जब होटल के अंदर धुएं का घना गुबार फैल गया और कई लोग खिड़कियों व संकरे सहारों से बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने बताया कि आग पर अब काबू पा लिया गया है।
कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल ने जानकारी दी कि घटना के समय होटल में 60 कर्मचारी मौजूद थे। आग बुझाने के लिए दस दमकल की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, लेकिन फालपट्टी मच्छुआ इलाके की संकरी गलियों के कारण दमकल कर्मियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त शुभंकर सिन्हा सरकार ने बताया, “अब तक 14 शव बरामद किए गए हैं और कई लोगों को बचा लिया गया है। आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है।” घायलों में से एक की हालत गंभीर बनी हुई है जबकि अन्य को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल गठित किया है। अब तक 14 में से 8 शवों की पहचान हो चुकी है। आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्य प्रशासन से पीड़ितों के त्वरित राहत और पुनर्वास की मांग की। उन्होंने कहा, “मैं राज्य प्रशासन से आग्रह करता हूं कि वे पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाएं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें और उन्हें आवश्यक चिकित्सा व मानवीय सहायता प्रदान करें। साथ ही, भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए अग्नि सुरक्षा उपायों की सख्त निगरानी और समीक्षा जरूरी है।”
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने नगर निगम की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही दुखद घटना है। होटल में आग लगी और कई लोग अंदर फंसे हुए थे। सुरक्षा के कोई उपाय नहीं थे। मुझे नहीं पता कि निगम क्या कर रहा है।”
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और पुलिस आयुक्त गोयल ने देर रात घटनास्थल का दौरा कर राहत व बचाव कार्यों की निगरानी की।
शहर में बार-बार हो रही अग्निकांड की घटनाओं के मद्देनजर एक बार फिर प्रशासन की जवाबदेही और सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पीड़ितों के परिजन जहां अपनों की खबर का इंतजार कर रहे हैं, वहीं पूरे शहर में शोक और आक्रोश का माहौल है।