दिनेश कार्तिक ने सांस रोक देने वाले मैच में आखिरी बॉल पर शानदार छक्के लगाकर भारत को 4 विकेट से बांग्लादेश के खिलाफ मैच जिताकर निदास ट्रॉफी जितवाई। कार्तिक ने ऐतिहासिक आतिशी पारी खेलते हुए महज 8 गेंद पर 29 रन मारे। उन्होंने अपनी पारी में 2 चौके और 3 छक्के जड़े। बता दें कि भारत को आखिरी ओवर में 12 रन की जरूरत थी।
भारत को अंतिम गेंद पर जीत के लिए पांच रन चाहिए थे और कार्तिक ने मिडविकेट के ऊपर से छक्का लगाते हुए भारत को यादगार जीत दिलाई। भारत को यह मैच जिताने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ कार्तिक को मिलना चाहिए क्योंकि उन्होंने असम्भव को सम्भव करते हुए भारत को अपने पड़ोसी के हाथों शर्मनाक हार से बचा लिया। कार्तिक जिस समय बल्लेबाजी के लिए आए थे, उस समय भारत बेहद मुश्किल स्थिति में था लेकिन इस अनुभवी खिलाड़ी ने संयम बनाए रखते हुए बेहतरीन शॉट्स खेले और भारत को 167 रनों के स्कोर तक छह विकेट के नुकसान पर ही पहुंचा दिया।
बहरहाल, भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन (1०) ने तेज शुरुआत की। दोनों ने 16 गेंदों पर 32 रन जोड़ दिए लेकिन इसी योग पर शाकिब अल हसन ने धवन को आउट कर भारत को पहला झटका दिया। इसी योग पर रुबेल हुसैन ने सुरेश रैना (०) को आउट कर भारत को दूसरा झटका दिया।
इसके बाद हालांकि कप्तान शर्मा और लोकेश राहुल (24) के साथ तीसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की। राहुल 83 के कुल योग पर रुबेल की गेंद पर शब्बीर के हाथों लपके गए। राहुल ने 14 गेंदों का सामना कर दो चौके और एक छक्का लगाया। अब कप्तान का साथ देने विकेट पर मनीष पांडे (28) आए। इसी बीच, रोहित ने अपना अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए भारतीय कप्तान ने 35 गेंदों का सामना किया और चार चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रोहित हालांकि 56 रनों की आकर्षक पारी खेलने के बाद 98 के कुल योग पर नजमुल इस्लाम की गेंद पर महमुदुल्लाह के हाथों लपके गए। रोहित ने 42 गेंदों का सामना कर चार चौके और तीन छक्के लगाए। रोहित के आउट होने के बाद विजय शंकर (17) आए लेकिन वह हालात के अनुकूल गेंदबाजी नहीं कर सके और 18वें ओवर में लगातार चार डॉट्स खा बै। इससे मनीष दबाव में आ गए और छक्का लगाने के प्रयास में लपके गए।
मनीष का स्थान लेने आए कार्तिक ने दो छक्कों और दो चौकों की मदद से भारत को 12 गेंदों पर 34 रनो से छह गेंदों पर 12 रनों तक पहुंचा दिया। अंतिम ओवर में भी विजय ने गेंदें खराब कीं और फिर पांचवीं गेंद पर आउट हो गए। हालांकि जाने से पहले उन्होंने एक चौका लगाया था। अंतिम गेंद पर भारत को जीत के लिए छक्के की जरूरत थी और कार्तिक ने यह कमाल करते हुए भारत को यादगार जीत दिला दी।
इससे पहले, शब्बीर रहमान (77) की तेज अर्धशतकीय पारी के दम पर बांग्लादेश ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए 2० ओवरों में आठ विकेट पर 166 रन बनाए। शब्बीर ने 5० गेंदों का सामना कर सात चौके और चार छक्के लगाए। बांग्लादेश की ओर से सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने 15, लिटन दास ने 11 और महमुदुल्लाह ने 21 रन बनाए।
महमुदुल्लाह और कप्तान शाकिब अल हसन (7) रन आउट हुए। अंतिम ओवर में मेहेदी मिराज ने ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते हुए सात गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 19 रन बनाकर अपनी टीम सम्मानजनक योग तक पहुंचाया। भारत की ओर से युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट लिए जबकि जयदेव उनादकट ने भी दो विकेट लिए। वॉशिंगटन सुंदर को भी एक सफलता मिली।
बांग्लादेश की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसने 33 रन पर ही तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन रहमान ने एक छोर पर टिके रहकर रन रेट को मेंटेन रखा। 68 के कुल योग पर मुशफिकुर रहीम (9) का विकेट गिरने के बाद रहमान ने महमुदुल्लाह के साथ मिलकर स्कोर को 1०० के पार पहुंचाया।
महमुदुल्लाह 1०4 रन के कुल योग पर आउट हुए। महमुदुल्लाह ने 16 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसके बाद रहमान ने कप्तान के साथ पारी को आगे बढ़ाया लेकिन शाकिब 133 के कुल योग पर रन आउट कर दिए गए। टी-2० करियर का चौथा अर्धशतक लगाने वाले रहमान का विकेट 147 के कुल योग पर गिरा। उनादकट ने 19वें ओवर की लगातार दो गेंदों पर रहमान के अलावा रुबेल हुसैन (०) को भी चलता किया।
ऐसा लगा कि भारतीय गेंदबाज बांग्लादेश को 15०-155 तक सीमित कर देंगे लेकिन मेहेदी ने शादूर्ल ठाकुर द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 18 रन लेकर समीकरण ही बदल दिया। शादूर्ल ने चार ओवरों मे 45 रन दिए।