सुंजवां हमला समेत अन्य पांच फिदायीन हमले का मास्टरमाइंड मुफ्ती वकास के मारे जाने के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद रियासत के अलावा देश के अन्य हिस्सों को दहलाने की नापाक साजिश रच रहा था।
राजधानी श्रीनगर से मात्र 21 किमी. दूर वकास जो अबु अंसार के कोड नेम से सक्रिय रहता था। पांच मार्च को पुलवामा के हट्टीपोरा इलाके में जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना के एक संयुक्त ऑपरेशन में मार गिराया गया। 10 फरवरी को सुंजवां सैन्य कैंप हमले के बाद वो लगातार सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर था।
वह लगातार पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को अपडेट दे रहा था। साथ ही वकास उन्हें अगला हमला देश के अन्य हिस्सों में करने की बात भी कह रहा था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी मुफ्ती वकास को मार गिराने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था।
युवाओं को बरगला कर उन्हें फिदायीन बनाने की कला में माहिर आतंकी वकास को किलिंग मशीन का उपनाम भी दिया गया था। 30-31 दिसंबर 2017 को दक्षिण कश्मीर के लेथपोरा में सीआरपीएफ कैंप पर हुए फिदायीन हमले में पांच जवान शहीद हुए थे।
जबकि जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी समेत तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। फिदायीन आतंकी बनाने का उस्ताद वकास अभी और कई फिदायीन हमलावर बनाने की क्षमता रखता था।सूत्रों के मुताबिक उसने तीन कश्मीरी युवाओं का चयन भी कर लिया था। उन्होंने पिछले साल ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का दामन थामा था।