हॉकी विश्वकप का उद्घाटन आज, दुल्हन की तरह सजी राजधानी

भुवनेश्वर। ओडिशा में 28 नवंबर से शुरू हो रहे पुरुष हॉकी विश्वकप का रंगारंग उद्घाटन उत्सव 27 नवंबर को भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम एवं 28 को कटक के बारबाटी स्टेडियम में होगा। इस उद्घाटन उत्सव को यादगार बनाने एवं ओडिशा की छाप विश्व मानचित्र में छोड़ने के लिए राज्य सरकार की तरफ से सभी प्रकार के इंतजाम किए गए हैं। राजधानी को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है और किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम प्रशासन ने किया है।

खासकर कलिंग स्टेडियम से लेकर खिलाड़ियों के ठहरने स्थल तक चप्पे-चप्पे पर पुलिसिया पहरा लगा दिया गया है। एक तरफ जहां हॉकी विश्वकप में खेलने वाले सभी 16 देशों की टीम भुवनेश्वर में पहुंच कर विश्व विजेता बनने के लिए अभ्यास करने के साथ विपक्षी टीम को मात देने को होटल के कमरों में रणनीति बना रही है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार भी यहां आने वाले खिलाड़ियों से लेकर तमाम पर्यटकों व लोगों विश्व स्तरीय शहर की तरह सुविधा सुयोग देने के लिए सभी प्रकार की तैयारियां की गई हैं।

उद्घाटन उत्सव से लेकर हॉकी महासमर के खत्म होने तक कहां पर क्या होगा, इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। उद्घाटन उत्सव में विश्वस्तरीय कार्यक्रम के जरिए पूरी दुनिया में ओडिशा की छवि को यादगार बनाने के लिए शासन- प्रशासन के साथ कलाकार कमर कस चुके हैं। अब इंतजार इतिहास के पन्ने पर अपनी छाप छोड़ने को है। उद्घाटन उत्सव में दिखेगी दुनिया की झलक हॉकी विश्वकप के उद्घाटन उत्सव में पूरी दुनिया की झलक देखने को मिलेगी।

मंच पर भारतीय एवं पाश्चात्य कला, संस्कृति को एक साथ प्रदर्शित किया जाएगा। पूर्व एवं पाश्चात्य के इस समिश्रण का नाम ईस्ट टू वेस्ट रखा गया है। क्लॉसिकल एवं मॉडर्न फ्यूजन उद्घाटन उत्सव का मुख्य आकर्षण रहेगा। इसके लिए स्टेडियम में कलाकार दिन-रात पसीना बहा रहे हैं। नृत्य कार्यक्रम पेश करने वाले कलाकार नृत्य निर्देशकों के निर्देशन में नृत्याभ्यास कर रहे हैं। अर्थ सांग से दुनिया एक का संदेश उद्घाटन उत्सव में प्रस्तुत होने वाले अर्थ सांग का प्रमुख ईस्ट टू वेस्ट होगा। इसके जरिए पूर्व से पश्चिम तक पूरा विश्व एक होने की वार्ता दी जाएगी। 8:30 मिनट के इस कार्यक्रम में भारत के 7 शास्त्रीय नृत्य होगा।

प्रत्येक आर्ट फार्म में एक-एक नृत्य निदेशक ओडिशी, भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी, कथक, शास्त्रीय, मणिपुरी एवं मोहिनीअट्टम नृत्य पेश किया जाएगा। प्रत्येक टीम में 7 सदस्य कर कुल 49 नृत्य शिल्पी रहेंगे एवं अरुणा महांती को इसकी नेतृत्व जिम्मेदारी दी गई है। आठ मिनट के लिए दो महीना दो घंटे के उद्घाटन कार्यक्रम में मात्र 8 मिनट 30 सेकेंड के लिए क्लॉसिकल डांस रखा गया है। हालांकि इस नृत्य के लिए कलाकार 2 महीने से प्रयास कर रहे हैं। उद्घाटन उत्सव में पूरी दुनिया भारतीय एवं उत्कलीय कला, संस्कृति की छटा देखेगी। ऐसे में पूरी दुनिया को भारतीय एवं उत्कलीय कला, संस्कृति निपुणता दिखाने का यह सुनहरा मौका है। ऐसे में ओडिशी नृत्यांगना अरुणा महांती ने कहा है कि इसके लिए हमारी पूरी तैयारी खत्म हो गई है।

वेस्टर्न एक्ट करेंगे 800 कलाकार शास्त्रीय नृत्य की 7 शैली के साथ पाश्चात्य नृत्य की 7 शैली उद्घाटन उत्सव में दिखेगी। एक साथ 14 डांस फार्म को देखने का सुयोग दर्शकों को मिलेगा। सप्तमातृका की तरह इसमें सेवन डॉटर्स ऑफ इव को प्रदर्शित किया जाएगा। कोरियोग्राफर श्यामक डावर के नृत्य निर्देशन में करीबन 800 नृत्य कलाकर इसे प्रदर्शित करेंगे।