
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आपदा प्रबंधन की समीक्षा की। मंत्री ने बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के अंचल पदाधिकारियों को दोबारा भौतिक सत्यापन कर राहत राशि से वंचित लोगों को चिहिन्त करने तथा उन्हें भी राशि मुहैया कराने का निर्देश दिया।
इसमें डीएम अमन समीर ने बताया कि जिले में मई व जून में सामान्य औसत से ज्यादा वर्षापात रिकॉर्ड किया गया है। जबकि सितंबर में सामान्य से 80 प्रतिशत कम बारिश हुई है। बाढ़ प्रभावित प्रखंडों की कुल संख्या 8 है। इसमें इटाढ़ी, राजुपर, डुमरांव, बक्सर, चौसा, ब्रह्मपुर, चक्की और सिमरी प्रखंड की कुल 56 पंचायतें शामिल हैं।
7,674 परिवारों को आपदा राहत राशि मिलेगी
इस साल बाढ़ से प्रभावित 7,674 परिवारों को आपदा राहत राशि दी जानी है। बाढ़ राहत के तहत इस बार सिमरी में 07, चौसा में 01 तथा ब्रह्मपुर व चक्की में भी एक-एक सामुदायिक रसोई केंद्र संचालित किए गए थे। पशुपालन विभाग द्वारा 885.95 क्विंटल चारा का वितरण किया गया है।
डीएम ने बताया कि कोविड से मृत व्यक्तियों की कुल संख्या 180 है। इनमें से 105 मामलों में उनके आश्रितों को स्वीकृति दी जा चुकी है और अब तक 103 परिवारों को 4 लाख की दर से भुगतान किया जा चुका है।
कोरोना टीकाकरण को लेकर भी हुई चर्चा
मंत्री ने बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के अंचल पदाधिकारियों को दोबारा भौतिक सत्यापन कर राहत राशि से वंचित लोगों को चिहिन्त करने तथा उन्हें भी राशि मुहैया कराने को निर्देश दिया।
बैठक समाप्ति के उपरांत मंत्री ने समाहरणालय परिसर स्थित पार्क में पौधरोपण किया तथा गंगा स्वच्छता अभियान में जन-जन की भागीदारी को प्रबल बनाने हेतु हस्ताक्षर किया। बैठक में सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी व राजपुर विधायक विश्वनाथ राम, पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह, अपर समाहर्ता प्रीतेश्वर प्रसाद व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।