स्वांला में दरकी पहाड़ी, भारी मलबे के साथ सड़क पर आ गिरा ‘पहाड़’

सड़क बंद होने से यात्रियों को खासी परेशानी हुई। फंसे यात्रियों को प्रशासन ने वापस लौटाया। एनएच पर दिल्ली, देहरादून सहित मैदानी क्षेत्रों से आने वाली रोडवेज की पांच बसें फंसी रहीं। बाद में इन बसों को वापस भेज दिया गया, जबकि मैदानी क्षेत्रों को जाने वाले वाहनों को रूट बदलकर देवीधुरा और सूखीढांग-डांडा-मीनार (एसडीएम) मार्ग से भेजा गया है।

एहतियातन प्रशासन टनकपुर में ककरालीगेट और चंपावत में कोतवाली के पास वाहनों को रोक रहा है। चंपावत जिले की तीन (बाराकोट-कोठेरा, अमोड़ी-छतकोट और खटोली मल्ली-वैला) ग्रामीण सड़कें भी बंद हैं। वहीं, यात्रियों ने भूस्खलन का वीडियो भी बना लिया जो देखते ही देखते वायरल हो गया। 

आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि सोमवार सुबह सवा आठ बजे 22 किमी दूर स्वांला मंदिर के पास भारी मलबा आने से आवाजाही ठप हो गई। लगातार मलबा आने से दो बजे तक काम शुरू भी नहीं हो सका था