
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर ने नौ महीने के लंबे मिशन के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापसी की है। अब वे 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं, जो उन्हें पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण में पुनः समायोजित करने में सहायता करेगा।
पुनर्वास कार्यक्रम:
अंतरिक्ष में विस्तारित अवधि बिताने के बाद, शरीर को पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण में पुनः समायोजित करने के लिए विशेष पुनर्वास की आवश्यकता होती है। यह कार्यक्रम तीन चरणों में विभाजित है:
- चरण 1: चलने, लचीलापन और मांसपेशियों की मजबूती पर ध्यान केंद्रित करता है।
- चरण 2: प्रोप्रियोसेप्टिव व्यायाम और हृदय संबंधी कंडीशनिंग को शामिल करता है।
- चरण 3: कार्यात्मक विकास पर केंद्रित होता है।
यह कार्यक्रम अंतरिक्ष यात्रियों की विशेष आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया गया है, जिससे वे माइक्रोग्रैविटी से पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण में समायोजित हो सकें।
9 महीने के मिशन के दौरान गतिविधियाँ:
अपने मिशन के दौरान, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने कई महत्वपूर्ण कार्यों में भाग लिया:
- वैज्ञानिक अनुसंधान: उन्होंने 150 से अधिक प्रयोग किए, जिनमें माइक्रोग्रैविटी में तरल पदार्थों के व्यवहार, पानी पुनर्प्राप्ति के लिए नए रिएक्टरों का विकास, और ईंधन कोशिकाओं पर अध्ययन शामिल थे।
- BioNutrients परियोजना: इस पहल के तहत, उन्होंने लाभकारी बैक्टीरिया का उपयोग करके अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ताजे पोषक तत्वों के उत्पादन पर काम किया, जो लंबी अवधि के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का रखरखाव: उन्होंने स्टेशन की सफाई, पुराने हार्डवेयर को बदलने, और अन्य रखरखाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
इन गतिविधियों के माध्यम से, उन्होंने भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की सुरक्षित वापसी और उनके द्वारा किए गए कार्य अंतरिक्ष अन्वेषण में नए मानदंड स्थापित करते हैं।