बिहारशरीफ शहर के इस्लामिया मदरसा में वहां के मौलवी द्वारा कथित रूप से छात्र से यौन शोषण किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सोगरा वक्फ बोर्ड के मोतवल्ली हाजी सैयद शरफ ने आरोपित मौलवी अशरफ को बर्खास्त कर दिया है। इतना ही नहीं, मोतवल्ली ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी।
यह मदरसा नालंदा महिला कॉलेज के पास स्थित है। पीड़ित 13 वर्षीय बालक गया जिले के चेरकी थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। गया चाइल्डलाइन के प्रभारी समन्यवक मनोज कुमार ने शनिवार को इसकी सूचना बिहारशरीफ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अविनाश कुमार सुमन को ई-मेल के जरिये दी।
अध्यक्ष श्री सुमन ने सबसे पहले इसकी सूचना इस्लामिया मदरसा की नियंत्री संस्था सोगरा वक्फ बोर्ड के हेड मोतवल्ली को दी। मनोज कुमार ने पत्र में लिखा है कि शनिवार की सुबह घटना की सूचना पीड़ित छात्र के मामा ने दी। छात्र के मामा ने बताया कि शुक्रवार की रात में उन्होंने भांजे से वीडियो कॉलिंग करके बात की। बालक का चेहरा उतरा हुआ था। काफी कुरेदने पर भांजे ने बताया कि उसके साथ न सिर्फ मारपीट की जाती है, बल्कि एक हफ्ते से यौन शोषण भी किया जा रहा है।
उन्होंने तुरंत इसकी सूचना बच्चे के पिता को दी। मदरसा पहुंचकर उसके पिता बच्चे को अपने साथ ले गये। बिहारशरीफ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री सुमन ने बताया कि हमने पीड़ित के पिता को एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा। लेकिन, मोतवल्ली की कार्रवाई से संतुष्ट होकर और थाने की परेशानी को लेकर एफआईआर नहीं करायी।
उधर, मोतवल्ली का कहना है कि गंदी सियासत के तहत मदरसा को बदनाम करने व उनकी छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से साजिश रची जा रही है। बच्चे का नामांकन मदरसा अजीजिया में कराने की बात कही गयी है। उसके अभिभावक चाहें तो वहां नामांकन करा सकते हैं।