लखनऊ, जेएनएन। चुनाव से पहले आचार संहिता की अहम ट्रेनिंग से ही अफसर और कर्मचारी बिना सूचना गायब हो गए। जिलाधिकारी ने बिना सूचना गायब रहने वाले अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएम ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए, उनका वेतन रोकने और उनके विरुद्धकेस दर्ज कराने और तीन दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देश दिया कि जिन विभागों के अधिकारी अनुपस्थित रहे उनके आला अधिकारियों की भी जवाबदेही तय करने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। स्टैटिक टीमों का गठन कर ट्रेनिंग भी शुरू हो गई है। टीमों को बताया जा रहा है कि आयोग के निर्देशों का कैसे और किस हद तक पालन करना है। साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में मंगलवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की मौजूदगी में उड़नदस्ता टीम, स्टैटिक निगरानी टीम, आदर्श आचार संहिता टीम व वीडियो निगरानी टीमों का प्रशिक्षण शुरू किया गया। प्रशिक्षण के दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी, श्रीप्रकाश गुप्ता, अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती अनिल कुमार, अपर जिलाधिकारी पश्चिमी संतोष कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी पूर्वी वैभव मिश्र, सीटीओ संजय सिंह, पुलिस प्रशासन के अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रत्येक विस क्षेत्र में चौबीस घंटे निगरानी के लिए तीन-तीन टीमें
- उड़नदस्ता टीम
- स्टैटिक टीम
- एमसीसी व वीडियो टीम
वीडियोग्राफी भी होगी
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में शिफ्टवार तीन उड़नदस्ता टीमें, तीन स्टेटिक निगरानी टीमें और एक-एक वीडियो निगरानी टीमें मय वीडियोग्राफर तैनात की जाएंगी। टीमें निर्वाचन के दौरान अवैध नकदी के आदान-प्रदान, शराब का वितरण व अन्य कोई संदेहास्पद वस्तु जोकि वोटर घूस देने के लिए इस्तेमाल में लाई जा रही हो या लाई जा सकती हो, का पता लगाएंगी। टीम में प्रमुख/प्रभारी, एक वरिष्ठ कार्यकारी मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी, वीडियोग्राफर एवं तीन से चार सशस्त्र पुलिस कार्मिक होंगे। टीम निर्वाचन के दौरान अवैध नकदी, अवैध शराब की आवाजाही पर निगरानी रखेगी।