पॉडकास्ट में पीएम मोदी की बेबाक बातें: पाकिस्तान-चीन से रिश्तों से लेकर गोधरा कांड और फुटबॉल तक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुप्रतीक्षित इंटरव्यू मशहूर पॉडकास्टर और कंप्यूटर वैज्ञानिक लेक्स फ्रिडमैन के साथ रविवार (16 मार्च) को जारी हुआ। तीन घंटे लंबे इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपनी शुरुआती जिंदगी, राजनीतिक सफर, नेतृत्व शैली और जीवन दर्शन पर खुलकर बात की।

गरीबी से लड़ाई पर पीएम मोदी की सीख

पीएम मोदी ने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कभी गरीबी को बोझ नहीं समझा, बल्कि हर दौर को आभार के साथ जिया। उन्होंने एक किस्सा साझा किया जब उनके चाचा ने उन्हें सफेद कैनवास के जूते गिफ्ट किए थे, जिन्हें मोदी स्कूल से मिला हुआ फेंका हुआ चॉक घिसकर चमकाते थे। उन्होंने इसे अपनी सकारात्मकता और संसाधनों के प्रति रचनात्मक रवैये का प्रतीक बताया।

भारत की वैश्विक पहचान पर मोदी का नजरिया

पीएम मोदी ने भारत को शांति और सह-अस्तित्व का प्रतीक बताते हुए कहा कि भारत, बुद्ध और गांधी की भूमि है, जो हमेशा शांति का पक्षधर रहा है। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ अपने मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत तटस्थ नहीं है, बल्कि शांति के लिए प्रतिबद्ध है।

अपनी अपराजेय राजनीतिक यात्रा का राज बताया

पीएम मोदी ने अपनी राजनीतिक सफलता का श्रेय “जनता केंद्रित शासन” को दिया। उन्होंने अपनी सरकार की “सैचुरेशन पॉलिसी” का जिक्र किया, जिसमें हर नागरिक तक बिना भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की बात कही। मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं की मेहनत की तारीफ करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का हिस्सा होने पर गर्व जताया।

‘दुनिया का सबसे ताकतवर नेता’ कहे जाने पर प्रतिक्रिया

जब पीएम मोदी से पूछा गया कि उन्हें दुनिया का सबसे ताकतवर नेता कहा जाता है, तो उन्होंने विनम्रता से कहा कि वह खुद को “प्रधान सेवक” मानते हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता उनके लिए कभी लक्ष्य नहीं रही, उनका असली मकसद लोगों की भलाई के लिए काम करना है।

गोधरा कांड पर पीएम मोदी की सफाई

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर 2002 के गोधरा दंगों पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात में इससे पहले भी सालाना दंगे होते रहे थे। लेकिन 2002 के बाद राज्य में शांति बनी रही। उन्होंने दावा किया कि केंद्र में बैठे राजनीतिक विरोधियों ने उन्हें बदनाम करने की कोशिश की, जबकि अदालतों ने दो बार उन्हें क्लीन चिट दी है। उन्होंने गोधरा कांड को 9/11 और कंधार अपहरण जैसी वैश्विक त्रासदियों से तुलना करते हुए इसे “अकल्पनीय दुःखद घटना” बताया।

पाकिस्तान से रिश्तों पर बोले मोदी

पीएम मोदी ने 1947 के बंटवारे का जिक्र करते हुए पाकिस्तान को “आतंकवाद का केंद्र” कहा। उन्होंने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाकर शांति का संदेश देना चाहा, लेकिन हर बार पाकिस्तान ने विश्वासघात किया। मोदी ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान एक दिन आतंकवाद छोड़कर शांति का रास्ता अपनाएगा।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर मोदी का संदेश

पीएम मोदी ने कहा कि उनके पुतिन और ज़ेलेंस्की दोनों से अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, “मैं पुतिन से कह सकता हूं कि यह युद्ध का समय नहीं है, और ज़ेलेंस्की से भी दोस्ताना तरीके से कह सकता हूं कि लड़ाई का हल युद्ध के मैदान में नहीं, बातचीत की मेज पर निकलेगा।”

चीन के साथ मतभेदों पर मोदी का बयान

पीएम मोदी ने कहा कि पड़ोसी देशों के बीच मतभेद स्वाभाविक हैं, जैसे परिवार में भी हर चीज पर सहमति नहीं होती। उन्होंने कहा कि भारत का जोर मतभेदों को विवाद में बदलने से रोकने पर है। मोदी ने कहा, “हम संवाद पर जोर देते हैं, क्योंकि सिर्फ बातचीत से ही स्थायी समाधान निकलेगा।”

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भारत की भूमिका

पीएम मोदी ने कहा, “चाहे दुनिया एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में कितनी भी तरक्की कर ले, भारत के बिना यह अधूरी रहेगी। यह मैं पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं।”

स्वामी विवेकानंद और आरएसएस से जुड़ाव

मोदी ने बताया कि बचपन में वह गांव की लाइब्रेरी में जाकर स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होते थे। उन्होंने रामकृष्ण परमहंस आश्रम में बिताए समय और स्वामी आत्मस्थानंद से मिले मार्गदर्शन को भी याद किया, जिसने उन्हें समाज सेवा के लिए प्रेरित किया।

डिएगो माराडोना हैं मोदी के पसंदीदा फुटबॉलर

पीएम मोदी ने फुटबॉल का जिक्र करते हुए अर्जेंटीना के दिग्गज खिलाड़ी डिएगो माराडोना को अपना पसंदीदा फुटबॉलर बताया। उन्होंने मध्य प्रदेश के शहडोल दौरे का भी जिक्र किया, जहां स्थानीय लोगों ने अपने इलाके को “मिनी ब्राजील” कहा, जो फुटबॉल के प्रति उनकी दीवानगी को दर्शाता है।

मृत्यु पर मोदी का नजरिया

पीएम मोदी ने कहा कि मृत्यु से डरने के बजाय जीवन को सार्थक बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं कभी अकेला महसूस नहीं करता। मेरा 1+1 का फॉर्मूला है — एक मोदी और दूसरा ईश्वर। 140 करोड़ भारतीयों का प्यार मेरी सबसे बड़ी ताकत है।”

गायत्री मंत्र और आध्यात्मिकता पर मोदी का संदेश

लेक्स फ्रिडमैन ने पॉडकास्ट के दौरान गायत्री मंत्र का उच्चारण किया, जिसके बाद मोदी ने खुद मंत्र दोहराया और उसकी गहराई को समझाया। उन्होंने कहा कि यह मंत्र सूर्य उपासना से जुड़ा है और इसमें आध्यात्मिकता और विज्ञान का अनोखा मेल छिपा है।

यह पॉडकास्ट प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और विचारधारा का एक नया पहलू सामने लाता है — जहां राजनीति, आध्यात्मिकता, वैश्विक दृष्टिकोण और मानवीय मूल्यों का अद्भुत समन्वय देखने को मिला।