
एम्स ऋषिकेश में छह दिसंबर से पांच दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय जैव अनुसंधान प्रतियोगता (एनबीआरकोम) शुरू होने जा रही है। प्रतियोगिता प्रतियोगिता में देशभर के युवा वैज्ञानिक प्रतिभाग करेंगे। एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने मंगलवार को प्रतियोगिता का पोस्टर जारी किया।
यादव ने बताया कि देश के सात राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों के साथ मिलकर तीसरी ऑनलाइन एनबीआरकोम प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने बताया प्रतियोगिता चार वर्गों में आयोजित की जाएगी। पहले, दूसरे और तीसरे वर्ग की मौखिक और पोस्टर दोनों प्रतियोगिता होगी। प्रत्येक प्रतियोगिता में विजेताओं और रनअप के लिए पुरस्कार की कुल धनराशि 1.20 लाख रखी गई है
प्रतियोगिता में सम्मिलित करने और आईआईटी को भी इस आयोजन में भागीदारी बनाने का सुझाव दिया है। प्रोफेसर रवि ने संस्थान की ओर से इस प्रतियोगिता के पुरस्कार की धनराशि के तौर पर एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। एम्स के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि इस तरह की अनुसंधान प्रतियोगिताओं से एम्स ऋषिकेश के शोध विद्यार्थियों और रेजिडेंट्स चिकित्सकों को भी अपने शोध कार्य को प्रस्तुत करने के लिए प्लेटफार्म मिलेगा।
एम्स के फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष एंड डीन एलाइड हेल्थ साइंस प्रोफेसर शैलेंद्र हांडू ने बताया कि हर वर्ष चिकित्सा विज्ञान, जीवन विज्ञान, फार्मेसी, नर्सिंग, दंत चिकित्सा, बॉयोमेडिकल इंजीनियरिंग आदि जैव चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों के युवा शोधकर्ता और वैज्ञानिक देशभर से एक ही मंच पर एकत्रित होकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। जिससे उन्हें जीवन में आगे बढ़ने व बेहतर कैरियर बनाने के लिए नए अवसर प्राप्त होते हैं।
ये सात संस्थान कर रहे प्रतियोगिता का आयोजन
जेएनयू-दिल्ली, पीजीआईएमईआर-चंडीगढ़, एम्स-ऋषिकेश, नाइपर-मोहाली, सीडीआरआई-लखनऊ, आईआईटीआर-लखनऊ और एम्स-जोधपुर सहयोग से किया जा रहा हैं।
विज्ञान, स्वास्थ्य विज्ञान, औषधि विज्ञान एवं इनोवेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा मेडिकल रोबोटिक में आयोजित की जाएगी। जिसमें देश के शोधार्थी अपना शोध कार्य प्रस्तुत करेंगे तथा प्रख्यात बायोमेडिकल वैज्ञानिक बतौर जज हिस्सा लेंगे।