यूपी के हेल्थ सेक्टर को और चंगा कर रहेबड़ेनि वेशक

लखनऊ, 28 दि संबर 2021,

नौ जि लों मेंपीपीपी मॉडल पर मेडि कल कॉलेज के लि ए मि ले17 प्रस्ताव

नीति आयोग के सीईओ अमि ताभ कांत नेगत सोमवार को यह कहा कि उत्तर प्रदेश देश के उन बड़ेराज्यों मेंशीर्ष
पर है, जि नके स्वास्थ्य तंत्र मेंउल्लेखनीय सुधार आया है। यूपी मेंयह बदलाव मुख्यमंत्री योगी आदि त्यनाथ द्वारा
स्वास्थ्य सेवाओंको बेहतर करनेके लि ए के कि ए जा रहेप्रयासों के चलतेहुआ है। राज्य मेंस्वास्थ्य सेवाओंको
बेहतर बनानेके लि ए कि येजा रहेप्रयासों के चलतेही मात्र आठ महीनों में551 ऑक्सीजन प्लांट स्थापि त कि ए
गए हैं। कोरोना संक्रमण सेलोगों को बचानेके लि ए कोवि ड टीकाकरण का अभि यान चलाया जा रहा है, ऑक्सीजन
कंसंट्रेटरों तथा बेड की संख्या मेंइजाफा कि या गया है। इसके अलावा प्रदेश के नौ जि लों मेंपब्लि क,प्राइवेट
पार्टनरशि प (पीपीपी) मॉडल मेंमेडि कल कॉलेज खोलनेके लि ए 17 नि वेशकों नेपहल की है।

सरकार को मि ला नि जी क्षेत्र का साथ और नीति आयोग की तारीफ़,

मेडि कल इक्वि पमेंट,
मैन्युफैक्चरि ंग के क्षेत्र मेंबड़ेनि वेशक राज्य के कई जि लों मेंनि वेश कर रहेहैं।
राज्य मेंबड़ेनि वेशकों के जरि ए यूपी को मेडि कल इक्वि पमेंट मैन्युफैक्चरि ंग तथा दवा नि र्मा ण का हब बनानेऔर
चि कि त्सा सेवाओंको बेहतर बनानेके लि ए मुख्यमंत्री योगी आदि त्यनाथ नेसत्ता मेंआतेही कार्य शुरू कि या था।
इसके तहत ही उन्होंनेराज्य मेंमेडि कल डि वाइस पार्क के नि र्मा ण का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा और प्रदेश के
हर जि लेमेंएक मेडि कल कॉलेज खोलनेका फैसला लि या। मुख्यमंत्री के इस नि र्णय सेहेल्थ सेक्टर मेंनि वेश करने
मेंनि जी क्षेत्र के नि वेशकों नेरुचि दि खायी। जि सके तहत राज्य के नौ जि लों में पीपीपी मॉडल पर मेडि कल कॉलेज
खोलनेऔर उसके संचालन में17 व्यवसायि क समूहों नेपहल की। यह मेडि कल कॉलेज केंद्र की मदद सेखोलेजाने
हैं। इसी क्रम मेंनौ मेडि कल कॉलेजों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कि या जा चुका है। जबकि 14 अन्य
मेडि कल कॉलेजों को मंजूरी मि ल चुकी है, जि नमेंकई का शि लान्यास भी हो चुका है। राज्य के 16 जि लेऐसेहैंजहां
पीपीपी मोड मेंमेडि कल कॉलेज खोलेजानेहैं। इनमेंबागपत, हाथरस, रामपुर, संभल, शामली, महाराजगंज,
कासगंज, मऊ, श्रावस्ती, चि त्रकूट, बलि या, भदोही, हमीरपुर, महोबा, मैनपुरी, संत कबीर नगर जि लेशामि ल हैं।
चि कि त्सा शि क्षा वि भाग को बागपत, हाथरस, रामपुर, संभल, शामली, महाराजगंज, कासगंज, मऊ, श्रावस्ती जि लों
मेंमेडि कल कॉलेज के लि ए नि जी क्षेत्र सेकुल 17 प्रस्ताव मि लेहैं। इसमेंतीनों श्रेणि यों मेंआवेदन कि ए गए हैं।
हाथरस और संभल मेंसर्वा धि क तीन-तीन प्रस्ताव मि लेहैं। जबकि बागपत, रामपुर, शामली और कासगंज मेंदो-दो
प्रस्ताव आए हैं।

बाकी जि लों मेंएकल प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

जबकि चि त्रकूट, बलि या, भदोही, हमीरपुर, महोबा,
मैनपुरी, संत कबीर नगर जि लों मेंवि भाग को अभी प्रस्तावों का इंतजार है।
चि कि त्सा शि क्षा वि भाग के अधि कारि यों के अनुसार, पहली केटेगरी मेंजमीन और पूरा नि वेश नि जी क्षेत्र का होगा।
दूसरी केटेगरी मेंमेडि कल कॉलेज की जमीन और बि ल्डि ंग नि वेशक की होगी जबकि अस्पताल सरकारी होगा और
सी केटेगरी मेंमेडि कल कॉलेज भवन और अस्पताल दोनों ही सरकारी होंगे, मगर संचालन नि जी क्षेत्र द्वारा कि या
जाएगा। राज्य सरकार वि त्तीय व गैर वि त्तीय सहायता देगी। पांच वर्ष के लि ए लागत पर पांच प्रति शत की ब्याज
सब्सि डी दी जाएगी, जो अधि कतम एक करोड़ प्रति वर्ष होगी। इसी प्रकार मेडि कल इक्वि पमेंट मैन्युफैक्चरि ंग के
क्षेत्र मेंजल्दी ही उत्तर प्रदेश का एक बड़ा हब बनानेके क्रम मेंनोएडा मेंमेडि कल डि वाइस पार्क की स्थापना को केंद्र
सरकार की मंजूरी मि ल गई है।

इस पार्क के नि र्मा ण को लेकर नोएडा मेंकार्रवाई की जा रही है, इसके अलावा
दवाओंके नि र्मा ण के लि ए भी सरकार नेबीतेमाह कई फैसलेलि ए हैं। जि सके चलतेराज्य मेंवर्ष 2018 मेंबनाई
गई फार्मा स्यूटि कल नीति मेंसंशोधन कर नई फार्मा स्यूटि कल नीति लानेका फैसला कि या है। इस नई नीति में
कि ए जानेवालेसंशोधनों सेसरकार कच्चेमाल के रूप मेंएक्टि व फार्मा स्यूटि कल इनग्रेडि एंट (एपीआई) नि र्मा ण
करनेवाली कंपनि यांयूपी मेंआनेकी पहल की है। जल्दी ही दवा नि र्मा ण के क्षेत्र मेंकार्यरत देश तथा वि देश की
बड़ी दवा कंपनि यांयूपी मेंआएंगी। और दवाओंके कच्चेमाल के आयात के लि ए चीन पर नि र्भरता कम होगी और
यूपी दवा नि र्मा ण के क्षेत्र मेंआत्मनि र्भर बनेगा। प्रदेश सरकार द्वारा हेल्थ सेक्टर को बेहतर करनेको लेकर कि एगए प्रयासों का ही यह नतीजा है, जि सके चलतेनीति आयोग प्रदेश सरकार की तारीफ़ कर रहा हैऔर बड़ेनि वेशक
भी मेडि कल कालेज की स्थापना के लि ए आगेआ रहेहैं।