पुलिस ने आनंद गिरी से पूछा, किसने बनाया था आपत्तिजनक वीडियो

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के लिए जिम्मेदार बताये जा रहे उनके शिष्य आनंद गिरि यूपी पुलिस की हिरासत में है। प्रयागराज पुलिस लाइन में उससे पूछताछ की गई। पुलिस अफसरों ने आपत्तिजनक वीडियो और विवाद के बारे में पूछा। इस दौरान आनंद गिरि के वकील को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई।

सहारनपुर से पुलिस की एक टीम सोमवार को ही हरिद्वार भेजकर आनंद गिरि को हिरासत में ले लिया गया। वहां से आनंद गिरि को सहारनपुर लाया गया। फिर आनंद गिरि लखनऊ होते हुए मंगलवार दोपहर प्रयागराज पहुंचे। यहां पर सहारनपुर की पुलिस ने आनंद गिरि को क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया। पुलिस लाइन के अंदर एडीजी, आईजी और डीआईजी भी पहुंच गए। सभी अफसरों ने आनंद गिरि से पूछताछ शुरू की।

आनंद गिरि के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही पुलिस लाइन में लोगों का जमावड़ा लगने लगा। मीडिया के साथ आनंद गिरि के चहते और समर्थक भी पहुंच गए। आनंद गिरि के वकील बनकर कुछ लोग उनसे मिलना चाहते थे लेकिन पुलिस ने भीड़ देखकर सख्ती शुरू कर दी। कोई भी व्यक्ति मंगलवार देर शाम तक नहीं मिल सका। इससे पूर्व आनंद गिरि ने अपना बचाव करते हुए कहा था कि नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि साजिश के तहत उनकी हत्या की गई है। उन्होंने नरेंद्र गिरि का करोड़ों रुपयों का संपत्ति विवाद, एक डॉक्टर व व्यापारी से कर्ज लेने और प्रयागराज में तैनात एक आईपीएस की गतिविधियों पर भी सवाल उठाया था।

मोबाइल कब्जे में लिया :

पुलिस ने आनंद गिरि के मोबाइल को कब्जे में लेकर छानबीन की। देखा गया कि महंत नरेंद्र गिरी का आपत्तिजनक वीडियो तो मोबाइल में नहीं है। व्हाट्सएप भी चेक किया।

हरिद्वार के आश्रम में पुलिस ने डाला डेरा

आनंद गिरि के गाजीवाली श्यामपुर स्थित आनंद आश्रम में स्थानीय पुलिस डेरा डाले हुए है। वहीं दिन भर हाईप्रोफाइल केस को लेकर तरह तरह की बातें सामने आती रही हालांकि हरिद्वार पुलिस ने किसी भी चर्चा की पुष्टि नहीं की है। ाोमवार की देर शाम यहां पहुंची यूपी के सहारनपुर जिले की पुलिस सुसाईड नोट में नाम लिखा होने के आधार पर आनंद गिरि को हिरासत में लेकर अपने साथ चली गई थी।नरेंद्र गिरि की लगातार एक मोबाइल फोन नंबर से बातचीत हो रही थी और उस मोबाइल फोन नंबर की लोकेशन भी श्यामपुर क्षेत्र में ही आ रही है। यह साफ नहीं हुआ कि उक्त मोबाइल फोन नंबर आखिर किसका है।