भारी बारिश के बाद दिल्ली, यूपी, पंजाब-हरियाणा समेत मैदानी राज्यों में अब बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। रेगिस्तानी राज्य राजस्थान से लेकर पहाड़ी राज्यों तक में गंगा, यमुना व ब्यास समेत सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार रात 8 बजे यमुना का पानी 206.76 मीटर पर पहुंचा गया, जो 10 साल का उच्च स्तर है। इससे पहले 2013 में जल स्तर 207.32 मीटर पर पहुंचा था निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। लाल किला के पास पुराने लोहे के पुल से रेल व वाहन संचालन रोक दिया गया है शहरों, कस्बों, गांवों और खेतों में पानी घुस गया है। हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं। पहाड़ों पर बारिश का कहर बना हुआ है। हिमाचल के कुल्लू के पर्यटन स्थलों-मनाली, मणिकर्ण व बंजार में 17 हजार सैलानी फंसे हैं। चारधाम यात्रा भी बाधित हुई है। 24 घंटे में 16 और लोगों की मौत हुई है। इनमें 8 मौतें उत्तराखंड आैर चार यूपी में हुई। हिमाचल में तीन दिन में 31 मौतें हो चुुकी हैं। भूस्खलन से जम्मू-श्रीनगर हाईवे, मनाली-लेह, मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे समेत 1,500 से ज्यादा सड़कें बंद हैं।