नई दिल्ली (संतोष कुमार सिंह)। कांग्रेस व आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सियासी गठजोड़ की संभावनाओं पर ग्रहण लगता दिख रहा है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के बाद अब पार्टी हाईकमान ने भी मानो यह साफ संदेश दे दिया है कि उसे आप के साथ की कोई दरकार नहीं है। इसका ताजा संकेत राज्यसभा उपसभापति के चुनाव में देखने को मिला। कांग्रेस ने आप को छोड़कर तमाम अन्य विपक्षी दलों से समर्थन मांगा। इससे बौखलाए आप नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है।

उधर, AAP नेता राघव चड्ढा ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया कि राहुल विपक्षी एकता का जहां सबसे बड़ा रोड़ा हैं, वहीं भाजपा की सबसे बड़ी पूंजी। जाहिर है कि आप का यह रुख पिछले दिनों कांग्रेस की बेरुखी के बाद ही सामने आया है।
मुजफ्फरपुर बालगृह यौन शोषण कांड के विरोध में हाल ही में जंतर-मंतर पर राजद नेता तेजस्वी यादव के धरने में राहुल और अरविंद केजरीवाल ने मंच साझा नहीं किया था। अब राज्यसभा उपसभापति के चुनाव में यह दूरी और बढ़ गई है। कुछ दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस और AAP के बीच चुनावी गठजोड़ को लेकर खूब चर्चा चली। माना गया कि इसे आप खेमे ने ही हवा दी थी। हालांकि प्रदेश कांग्रेस ने इससे साफ इन्कार किया था। इसके बाद तो आप नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोलना शुरू कर दिया।

मेरा किसी गठबंधन में यकीन नहीं: केजरीवाल

वहीं, रोहतक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलान किया है कि उनका किसी गठबंधन में यकीन नहीं है। गुरुवार को रोहतक में भाईचारा कांवड़ यात्रा में भाग लेने पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि 2019 के आम चुनाव में वह न तो पीएम पद के उम्मीदवार हैं और न किसी गठबंधन का हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो पार्टियां संभावित महागठबंधन में शामिल हो रही हैं, उनका देश के विकास में कोई योगदान नहीं है।