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लोकसभा में इस सप्ताह पेश होगा वक्फ संशोधन विधेयक – जानें पूरी जानकारी

सरकार इस सप्ताह लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने की तैयारी में है, जबकि विपक्ष लगातार इसका विरोध कर रहा है। गृह मंत्री अमित शाह पहले ही संकेत दे चुके थे कि बजट सत्र के समापन से पहले, यानी 4 अप्रैल से पहले, यह विधेयक संसद के निचले सदन में पेश किया जाएगा।

क्या कहा अमित शाह ने?

गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में दिए गए एक साक्षात्कार में कहा, “हम इस संसद सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करेंगे। किसी को भी वक्फ विधेयक से डरने की जरूरत नहीं है। 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने वक्फ विधेयक पारित किया था, जिसमें कई ऐसे प्रावधान थे जो हमारे संविधान के अनुरूप नहीं थे। अब हम इस विधेयक को संवैधानिक सिद्धांतों के अनुरूप बना रहे हैं।”

कब पेश होगा विधेयक?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह विधेयक 2 अप्रैल को पेश किया जा सकता है। संयुक्त संसदीय समिति इस पर पहले ही अपनी रिपोर्ट दे चुकी है। अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह कानून पूर्व प्रभाव से लागू नहीं किया जाएगा, यानी यह पुराने मामलों पर असर नहीं डालेगा। साथ ही, यदि किसी को इससे कोई शिकायत होगी, तो वह अदालत में जा सकता है।

देशभर में विरोध प्रदर्शन

सोमवार को ईद-उल-फितर के जश्न के बीच देश के कई हिस्सों में इस विवादित विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। हैदराबाद के सईदाबाद स्थित उजाले शाह ईदगाह के बाहर कुछ लोगों को काले बैंड बांधकर विरोध जताते हुए देखा गया। लखनऊ के ऐशबाग में भी नमाज अदा करने के लिए जुटी भीड़ ने इस विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन किया।

AIMPLB ने किया विरोध का आह्वान

AIMPLB ने समुदाय से अनुरोध किया था कि रमज़ान के अंतिम शुक्रवार (जुमातुल विदा) की नमाज के दौरान काले बैंड पहनकर विरोध करें। इस आह्वान पर व्यापक प्रतिक्रिया देखने को मिली और लखनऊ, हैदराबाद सहित कई शहरों में लोगों ने शुक्रवार की नमाज के दौरान काले बैंड पहनकर विरोध दर्ज कराया।

असदुद्दीन ओवैसी का कड़ा विरोध

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस प्रतीकात्मक विरोध में हिस्सा लिया और शुक्रवार की नमाज के दौरान काला बैंड पहना। एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,

“चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, चिराग पासवान और जयंत चौधरी, याद रखना कि हम तुम्हें कभी माफ नहीं करेंगे। तुम बीजेपी को हमारी शरीयत पर हमला करने दे रहे हो। अगर ये चार नेता कह दें कि वक्फ विधेयक नहीं आना चाहिए, तो यह नहीं आएगा। लेकिन तुम बीजेपी को हमारी मस्जिदों और वक्फ को खत्म करने की इजाजत दे रहे हो। AIMPLB के आदेश पर हम वक्फ विधेयक के खिलाफ काला बैंड पहन रहे हैं। नरेंद्र मोदी इस वक्फ विधेयक के जरिए हमारी छाती, हमारी मस्जिदों और हमारी दरगाहों पर गोली चला रहे हैं।”

विधेयक के संसद में पेश होने से पहले देशभर में इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। अब देखना होगा कि सरकार इसे लेकर आगे क्या कदम उठाती है।

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