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‘पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द है पाकिस्तान, सभी आतंकी हमलों के निशान वहां’; अमेरिका में बोले राम माधव

भाजपा के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कह कि पाकिस्तान, जो आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है, वह पूरी दुनिया के लिए एक ‘सिरदर्द’ है क्योंकि दुनिया भर में सभी बड़े आतंकी हमलों के निशान उसी देश में हैं।माधव ने यहां ‘वैश्विक आतंकवाद विरोधी दिवस’ मनाने के लिए भारतीय-अमेरिकियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अपने मुख्य भाषण में कहा कि विश्व समुदाय को वैश्विक आतंक के केंद्र से निपटने की जरूरत है। उन्होंने भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा में कहा, ‘याद रखें पाकिस्तान न केवल भारत के लिए सिरदर्द है। यह पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द है।आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य माधव ने कहा कि दुनिया की सभी बड़ी आतंकवादी घटनाओं के निशान पाकिस्तान में हैं। माधव ने कहा, ‘निशानों को देखो। आप उन्हें पाकिस्तान में पाएंगे। एक देश जो प्रायोजित करता है, बढ़ावा देता है, धन देता है, आतंकवादियों की रक्षा करता है, आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है; हमें उस देश से निपटने की जरूरत है।’उन्होंने दावा किया कि वाशिंगटन डीसी में बुद्धिजीवियों का एक समूह पाकिस्तान और उसकी जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का बचाव करने में व्यस्त है। वे (आईएसआई) आतंक हैं।हल्के-फुल्के अंदाज में माधव ने हंसी और तालियों के बीच भारतीय-अमेरिकियों से कहा कि वे इनमें से कुछ आतंकवादियों को भारत भेज दें, जिससे वे काबू में आ जाएंगे। माधव ने कहा, ‘भारत ने कश्मीर सहित आतंकवादी समूहों को सफलतापूर्वक हराया है।’उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उसके समर्थन समूहों के अपराधियों को इस तरह की गतिविधियों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ती है। माधव ने आरोप लगाया कि कुछ थिंक टैंक और द न्यू यार्क टाइम्स और द वाशिंगटन पोस्ट जैसे कुछ मीडिया आउटलेट्स में ‘आतंक के प्रति सहानुभूति’ है।माधव ने अपनी टिप्पणी में कहा कि दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तब तक सफल नहीं होगी जब तक कि आखिरी आतंकवादी का सफाया नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, ‘साथियों आतंकवाद को तभी हराया जा सकता है जब आखिरी आतंकी हार जाए। वायरस की तरह जब तक दुनिया के एक कोने में एक आतंकी जिंदा है, तब तक इंसानियत खतरे में है। सबसे पहले जरूरत इस बात की है कि मानव जाति की इस विपदा को धरती पर से हराने और दूर करने के लिए एकजुट संकल्प की जरूरत है।’