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आज से खोले जाइए छोटे बच्चो की स्कूल, 6 से 8 तक के बच्चो के खोले गए स्कूल

अंबेडकरनगर। अव्यवस्थाओं के बीच 24 अगस्त से लगभग पांच माह बाद फिर से जिले के 1131 उच्च प्राथमिक विद्यालय छात्र-छात्राओं से गुलजार होंगे। शासन के दिशा निर्देश के बावजूद जिले के ज्यादातर विद्यालयों में समुचित साफ सफाई नहीं कराई गई। कुछ विद्यालय तो ऐसे भी हैं, जहां परिसर में या तो जलभराव है या फिर कीचड़ है। ऐसे में पहले दिन आने वाले छात्र-छात्राओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि बीएसए कार्यालय ने सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर लिए जाने का दावा किया है।

लगभग पांच माह बाद कक्षा 6 से 8 तक के 1131 उच्च प्राथमिक विद्यालय 24 अगस्त से फिर से गुलजार हो जाएंगे। कोरोना संकट के चलते बंद चल रहे विद्यालयों के खुलने को लेकर छात्र-छात्राओं में उत्साह है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत लगभग 77 हजार 937 छात्र-छात्राओं को शिक्षा हासिल करने में उन्हें किसी भी प्रकार की मुश्किल न हो, इसके लिए शासन ने जिम्मेदारों को जरूरी दिशा निर्देश पूर्व में ही दिया था। न सिर्फ विद्यालयों में समुचित सफाई के निर्देश दिए गए थे, बल्कि कोरोना को देखते हुए विद्यालय खुलने से पहले विद्यालय को पूरी तरह से सैनिटाइज किए जाने का भी निर्देश दिया गया था। हालांकि अब जबकि मंगलवार से विद्यालय खुल रहे हैं, तो ऐसे में एक दिन पहले तक सभी जरूरी व्यवस्थाएं नहीं की जा सकी थीं। कहीं जंगली घास जमी हुई हैं, तो कहीं कीचड़ है। कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं, जहां जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के चलते परिसर में जलभराव की समस्या है।

विद्यालय खुलने के एक दिन पहले अमर उजाला टीम ने कुछ विद्यालयों का जायजा लिया, तो विभिन्न अव्यवस्थाएं मिलीं। उच्च प्राथमिक विद्यालय जलालपुर में परिसर में चारों तरफ गंदगी पसरी दिखी। हैंडपंप के चारों तरफ जंगली घासें दिखीं, तो शौचालय भी गंदा मिला। उच्च प्राथमिक विद्यालय सूरापुर के मुख्य गेट के साथ ही परिसर में भी जलभराव मिला। उच्च प्राथमिक विद्यालय गदायां में परिसर में बारिश के चलते कीचड़ था। बाउंड्रीवाल का भी निर्माण यहां नहीं हो सका है। ऐसा तब है, जबकि विद्यालय के पीछे ही तमसा नदी होकर गुजरी है। इसी प्रकार से कई अन्य विद्यालयों में भी अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं।

किया जाएगा औचक निरीक्षण

24 अगस्त से खुल रहे उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए सभी प्रधानाध्यापकों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं। सफाई समेत अन्य व्यवस्थाएं विद्यालय खुलने के पहले पूरी कर लिए जाने का निर्देश दिया गया है। विद्यालय खुलने पर औचक निरीक्षण किया जाएगा। यदि कहीं गड़बड़ी मिली, तो कार्रवाई भी की जाएगी।