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बिहार: चुनावी हिंसा में जख्मी भाजपा समर्थक की मौत, हंगामा व जाम

भोजपुर में रविवार को हुई चुनावी हिंसा में एक भाजपा समर्थक की मौत हो गई। बूथ कब्जे के कथित आरोप के बाद मारपीट और रोड़ेबाजी में जख्मी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। रविवार की देर रात पीएमसीएच में उसकी मौत हो गयी। घटना कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव की है। मृतक राजापुर गांव निवासी मलय सिंह (49 वर्ष) थे। उनका शव सोमवार की दोपहर गांव पहुंचा। वहीं मौत की सूचना मिलने पर गांव के लोगों का गुस्सा भड़क उठा। आक्रोशित लोगों ने राजापुर गांव के समीप आरा-छपरा फोरलेन को जाम कर दिया। 

सड़क जाम कर रहे लोग आरोपितों की गिरफ्तारी, मृतक के परिजनों को मुआवजा व थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इससे इस रोड पर घंटों आवागमन बाधित रहा। मौत व जाम की सूचना पर केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी आरके सिंह भी पहुंचे। वरीय पुलिस अफसर भी मौके पर पहुंच गये हैं। लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। इधर, इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। इससे पहले एएसपी ऑपरेशन नितिन कुमार व आरा एसडीपीओ पंकज कुमार मौके पर पहुंचे। दोनों अफसरों ने मृतक के परिजनों व गांव के लोगों से घटना की जानकारी ली। शाम में जोनल आईजी सुनील कुमार भी कोईलवर थाना पहुंचे। उन्होंने इस मामले की छानबीन की और अफसरों को सख्त कार्रवाई करने का आदेश भी दिया।

एकतरफा वोट डाले जाने की सूचना पर किया गया था हमला
घटना के संबंध में बताया जाता है कि राजापुर गांव स्थित बूथ संख्या 270 (माचा जनता हाई स्कूल) पर रविवार की दोपहर में एकतरफा वोट डाले जाने की अफवाह फैल गयी। इसके बाद दूसरे गांव के कथित राजद समर्थक बूथ पर पहुंच गये। इस दौरान जमकर हंगामा किया गया। इसी क्रम में मारपीट व रोड़ेबाजी की गयी। इसमें मलय सिंह समेत आधा दर्जन वोटर जख्मी हो गये। अन्य घायलों में राम अनुज सिंह, ओम प्रकाश सिंह व उर्मिला देवी समेत शामिल थे। सिर के पीछे काफी चोट लगने के कारण गंभीर रूप से जख्मी मलय सिंह को कोईलवर अस्पताल से आरा सदर अस्पताल लाया गया। बाद में हालत बिगड़ते देख पटना रेफर कर दिया गया। इसके बाद उन्हें पीएमसीएच ले जाया गया। देर रात इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई।

पुलिस के सामने लोगों पर किया गया था हमला
गांव वालों की मानें तो पुलिस के सामने इस पूरी घटना को अंजाम दिया गया था। इसके बावजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। बताया जा रहा है कि राजापुर में एकतरफा वोट डाले जाने के कथित मामले को ले दूसरे गांव के राजद समर्थकों द्वारा हंगामा मचाया गया। जमकर मारपीट व रोड़ेबाजी भी की गयी। उस समय कोईलवर थाने की पुलिस भी मौजूद थी लेकिन पुलिस द्वारा हुड़दंग मचा रहे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इससे गांव के लोगों में पुलिस के खिलाफ काफी रोष है। 

भतीजी की डोली उठने के बाद आया चाचा का शव
राजापुर गांव निवासी मलय सिंह की भतीजी की शादी थी। उनके घर रविवार को बारात आयी थी। इससे पहले दिन में मलय सिंह लोकतंत्र के उत्सव में शामिल होने गये थे। तभी मारपीट में उन्हें चोट लग गयी। हालांकि द्वारपूजा तक सब ठीक चल रहा था। रात में जब बिटिया के कन्यादान की रस्म चल रही थी, तो दूसरी ओर अस्पताल में इलाजरत चाचा इस दुनिया को अलविदा कह चुके थे। हालांकि शादी विवाह में व्यवधान को देखते हुए घर की महिलाओं को इस घटना की जानकारी नहीं दी गयी। बेटी की विदाई के बाद मौत की सूचना मिली, तो घर में चीख-पुकार मच गयी। पत्नी पुष्पा के साथ साथ दो बेटियों खुशबू व प्रीति अपने पिता के निधन पर गहरा सदमा लगा है। वहीं घर का इकलौते चिराग अमर अपने पिता के शव पर लिपट सिसक रहा है।