आजमगढ। आजमगढ़ जिले की फूलपुर विधानसभा से चार बार विधायक और आजमगढ़ संसदीय सीट पर चार बार सांसद रहे पूर्वांचल के बाहुबली नेता रमाकांत यादव कांग्रेस का हाथ पकड़ सकते हैं। इतना ही नही वह भदोही संसदीय सीट से चुनाव भी लड़ सकते हैं । ऐसा हुआ तो रमाकांत यादव का यह 6वां राजनितिक पड़ाव होगा | अब तक रमाकांत यादव कांग्रेस, बसपा ,जनता पार्टी,समाजवादी पार्टी ,भाजपा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके है ।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ को प्रत्याशी बनाए जाने से वह नाराज थे। पिछले दिनों निरहुआ के रोड शो में भी शामिल नहीं हुए थे। आशंका बढ़ गई कि रमाकांत यादव कहीं दूसरा पड़ाव तलाश सकते हैं हालांकि 25 मार्च को उन्होंने एक बयान दिया की बड़ो बड़ो का टिकट कट गया तो उनका भी कट गया ऐसे में वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे ।
रही बात रमाकांत यादव की तो वह भारतीय जनता पार्टी में 2008 में शामिल हुए उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लड़े हालांकि उप चुनाव में वह चुनाव हार गए लेकिन 2009 में पार्टी ने भरोसा कर उन्हें फिर चुनाव मैदान में उतारा | आजादी के बाद पहली बार आजमगढ़ में उन्होंने कमल खिलाया | यह अप्रत्याशित रिजल्ट देख कर भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में उन्हें चुनाव उम्मीदवार बनाया पूरे देश में मोदी की लहर थी लेकिन रमाकांत यादव आजमगढ़ संसदीय सीट पर सपा सुप्रीमो रहे मुलायम सिंह यादव से चुनाव हार गए सरकार बनी पर उनका बयान जारी रहा। इसी बीच उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ बयान बाजी की जिससे इस बात की आशंका जाहिर होने लगी थी कि लोकसभा में उनका टिकट कट जाएगा और हुआ भी वही। अंततः आजमगढ़ से भोजपुरी के गायक और फिल्मों के नायक दिनेश लाल यादव निरहुआ को पार्टी ने उम्मीदवार बना दिया शायद यह बात रमाकांत यादव को नागवार लगी | उन्होंने नया पड़ाव तलाशना शुरू कर दिया | रमाकांत यादव ने कहा कि पार्टी ने तरजीह नहीं दी। कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर कहा कि संभव है। शुक्रवार देर शाम तक सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।