पटना। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की प्रथम इंटरस्तरीय संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के दूसरे दिन भी रविवार को नवादा के सेंट जोसफ केंद्र से अभ्यर्थी राजन कुमार प्रश्नपत्र लेकर भाग निकला। दूसरे दिन भी सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल हो गया। पहले दिन पटना के पुनाईचक स्थित केंद्र से परीक्षार्थी पर्चा लेकर भाग गया था।
रविवार को परीक्षा पटना के 44 सहित राज्य के 571 केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित की गई। राजधानी के केंद्रों पर 10 फीसद अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। आयोग के अनुसार दोनों दिन मिलाकर ओवरऑल 40 फीसद उपस्थिति रही।
शनिवार को पटना के रामलखन सिंह सर्वोदय हाईस्कूल, पुनाईचक से प्रश्नपत्र लेकर भागने वाले अभ्यर्थी संजीव उरांव की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
अफवाहों से परेशान आयोग
बीएसएससी के अध्यक्ष संजीव कुमार सिन्हा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। परीक्षा रद करने की अफवाह भी वायरल हुई। अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट के माध्यम से दी गई सूचना पर विश्वास करें। सोमवार को दोनों पालियों में होने वाली परीक्षा तय समयानुसार होगी।
प्राथमिकी दर्ज
रविवार को भी रमेश झा महिला महाविद्यालय, सहरसा केंद्र पर दिलकुश कुमार के स्थान पर दिलीप कुमार, एमआरपी हाईस्कूल, बांका में रवि कुमार पासवान के स्थान पर परीक्षा देते विकाश कुमार और जमुई के प्लस टू हाईस्कूल केंद्र पर फर्जी अभ्यर्थी बीरबल कुमार को गिरफ्तार किया गया । सभी के विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। नवादा में प्रश्नपत्र लेकर भागने वाले अभ्यर्थी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
दोषी केंद्राधीक्षकों पर होगी कार्रवाई
बीएसएससी अध्यक्ष संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि वायरल प्रश्नपत्र के बाबत आयोग से किसी ने शिकायत नहीं की है। मीडिया रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी को पूरे मामले की जांच कर दोषी केंद्राधीक्षकों और कर्मियों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। जिस केंद्र से अभ्यर्थी प्रश्नपत्र लेकर भागे हैं, उसकी जांच कराई जाएगी।
वायरल प्रश्नपत्र की सत्यता 11 के बाद संभव
अध्यक्ष ने बताया कि प्रश्नपत्र आयोग को अभी नहीं मिले हैं। केंद्रों से 11 दिसंबर को प्रश्नपत्र आयोग पहुंचेंगे। वायरल प्रश्न पत्र सही है या गलत, इसकी जानकारी मूल पेपर देखने के बाद ही आयोग देगा।
काम नहीं कर रहे थे मोबाइल
वहीं परीक्षा केंद्र पर जैमर लगे रहने के कारण आसपास के घरों में भी मोबाइल काम नहीं कर रहा था। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने रविवार को कई केंद्राधीक्षकों से की। केंद्राधीक्षकों ने बताया कि केंद्र से प्रश्नपत्र वायरल नहीं हो इस कारण जैमर की रेंज बढ़ा दी गई है। इस कारण आसपास के कुछ लोगों को परेशानी हुई।