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होटल में हंगामा : फरार आशीष पाण्डेय ने डिलीट किया अपना फेसबुक प्रोफाइल

लखनऊ । नई दिल्ली के फाइव स्टार होटल हयात के पोर्टिको में पिस्टल निकालकर युवक व युवती को धमकाने के मामले में फरार चल रहे बसपा नेता के पुत्र आशीष पाण्डेय ने अपना फेसबुक प्रोफाइल डिलीट कर दिया है। फिलहाल उत्तर प्रदेश की एसटीएफ के साथ दिल्ली पुलिस तथा लखनऊ क्राइम ब्रांच आशीष पाण्डेय की तलाश में लगी है।

अपने फेसबुक प्रोफाइल पर असलहे के साथ तमाम फोटो पोस्ट करने वाले आशीष पाण्डेय भले ही फरार चल रहा है, लेकिन उसने अपना फेसबुक प्रोफाइल डिलीट कर दिया है। उसने फेसबुक अकाउंट पर हथियारों के साथ कई तस्वीरें पोस्ट की थीं। अब दिल्ली पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसकी पास मौजूद हथियार लाइसेंसी थे या नहीं। वहीं, आशीष के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद दिल्ली पुलिस ने उसकी तलाश में शहर के पांच फाइव स्टार होटलों की तलाशी ली थी।

नई दिल्ली के पांच सितारा होटल हयात के गेट पर कपल को पिस्तौल की धौंस दिखा फरार हुए बसपा के पूर्व सांसद के बेटे आशीष पांडेय अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। उसकी तलाश में यूपी एसटीफ के साथ जुटी दिल्ली पुलिस की टीम उसके घर, कार्यालय व अन्य ठिकानों सहित 17 जगहों पर दबिश दे चुकी है। आशीष की तलाश में खासतौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती, देवरिया, गोंडा और गोरखपुर इलाके के होटलों व गेस्टहाउस में छापेमारी की जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कि आशीष पाण्डेय को पकडऩे के लिए उसके सभी संभावित लोकेशन पर छापेमारी की जा रही है। हम उसे ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। उसके नाम पर एक लाइसेंसी पिस्टल भी जारी की गई थी लेकिन हमें यह पुष्टि नहीं कर सकते कि इसी बंदूक का घटना के समय इस्तेमाल हुआ था।

इस बड़ी वारदात के बाद दरअसल, उसके नेपाल भागने की फिराक में होने का शक जताया जा रहा है। आशीष ने अपना फोन स्विच ऑफ कर रखा है, इस कारण उसकी लोकेशन का पता लगाने में परेशानी हो रही हैं। पुलिस उसके परिवारीजन, करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों सहित 25 लोगों के फोन की भी विस्तृत कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाल रही है। पुलिस को शक है कि वह अपना नाम बदलकर किसी गेस्टहाउस में रुका हो सकता है।

पीडि़त के बयान दर्ज

इस मामले मामले की जांच में जुटी पुलिस ने होटल में जिस पीडि़त गौरव और उसकी महिला दोस्त को आरोपी आशीष पांडेय ने धमकाया था, उनके बयान दर्ज किए। गौरव के बयान पुलिस ने मंगलवार देर रात, जबकि उसकी महिला दोस्त के बयान बुधवार को दर्ज किए हैं। दोनों इस घटना को लेकर कोई भी शिकायत देने के पक्ष में नहीं थे। पुलिस ने घटना के वक्त क्या हुआ, इसे लेकर दोनों के बयान लिए। पुलिस आशीष के दोस्त साहिल से मिली जानकारी के आधार पर पार्टी में मौजूद अन्य लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा रही है।

दो और टीमें लखनऊ भेजीं

नई दिल्ली में मामले की जांच टीम की अगुवाई कर रहे डीसीपी देवेंद्र आर्या के मुताबिक फरार आशीष पांडेय की तलाश में दिल्ली पुलिस की दो और टीमों को लखनऊ रवाना किया गया है। इस वक्त कुल पांच टीमें उत्तर प्रदेश में हैं। इसमें से तीन टीमें पहले से वहां दबिश दे रही थीं, जबकि बुधवार को दो अन्य टीमों को वहां भेजा गया। इसके अलावा यूपी एसटीफ की तीन टीमें अलग-अलग जगहों पर चल रही छापेमारी की कार्रवाई में दिल्ली पुलिस की मदद कर रही हैं।

आशीष के विधायक भाई का संकेत, जल्दी कर सकता है सरेंडर

दिल्ली के हयात होटेल में सरेआम बंदूक लहराने और दंबगई दिखाने के मामले में फरार चल रहे पूर्व सांसद के बेटे आशीष पांडेय की तलाश जारी है। इस बीच आशीष के भाई और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के विधायक रितेश पांडेय ने चिट्ठी लिखकर संकेत दिया है कि आशीष जल्द सरेंडर कर सकता है। चिट्ठी में रितेश ने लिखा है कि उनका परिवार जांच प्रक्रिया में सहयोग करने को तैयार है और वह आशीष को जांच प्रक्रिया के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही रितेश ने मामले में मीडिया द्वारा की गई रिपोर्टिंग को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

आशीष पांडेय के परिवार वाले बुधवार को खुलकर सामने आए। छोटे भाई व जलालपुर के बसपा विधायक रितेश पांडेय ने कहा कि परिवार आशीष का बचाव नहीं कर रहा है, लेकिन मीडिया व अन्य लोगों को छवि धूमिल करने के जाने-अनजाने प्रयासों से भी बचना होगा। बड़े चाचा पूर्व विधायक पवन पांडेय ने इसे बड़ी राजनीतिक साजिश करार दिया। वहीं छोटे चाचा कृष्ण कुमार पांडेय ने कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए लाइसेंसी पिस्टल निकालना कौन सा अपराध है।

आशीष ने किसी पर पिस्टल नहीं तानी। मामले में जांच के साथ सब कुछ साफ हो जाएगा। अभी एकतरफा पक्ष सामने रखा जा रहा है। विधायक रितेश पांडेय ने बुधवार को लिखित बयान में कहा कि हमें घटना की जानकारी मिली है। पूरा परिवार सकते में है। हमें भी मामले की पूरी सच्चाई जाननी है। इसलिए हम सब जांच में हरसंभव सहयोग कर रहे हैं। मीडिया पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि असंबद्ध व्यक्तियों को घटना से जोड़कर खबरें बनाना जांच व न्याय प्रक्रिया के लिहाज से अनुचित है। पिता राकेश पांडेय पहले ही कह चुके हैं कि जांच में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।