Site icon Overlook

बसपा मुखिया का मायावती का जन्मदिन कल जनकल्याण दिवस के रूप में मनाएगी पार्टी, दिग्गज होंगे शामिल

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का जन्मदिन कल लखनऊ में जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान उनके साथ हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व राजस्थान के नेताओं के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी रहेंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन को लेकर शहर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कई जगह पर उनके होर्डिंग और पोस्टर लगाये हैं। जिसमें उनके जन्मदिन पर बधाई संदेश लिखे गये हैं।

मायावती के जन्मदिन पर लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन की भी तैयारी है। उनके जन्मदिन पर पहली बार अन्य प्रदेश के बाहर के दूसरी पार्टी के नेताओं को निमंत्रण दिया गया है। मायावती का जन्मदिन हर वर्ष 15 जनवरी को ‘जन कल्याणकारी दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। कल सुबह लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर जन्मदिन मनाया जाएगा और फिर दोपहर बाद मायावती दिल्ली चली जाएंगी। यहीं पर सहयोगी दलों के नेताओं से उनकी मुलाकात हो सकती है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बसपा के गठबंधन के बाद मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती अपना 63वां मनाएंगी। मायावती के जन्मदिन पर पर लखनऊ और दिल्ली दोनों जगह कार्यक्रम आयोजित होंगे।

पार्टी कार्यकर्ता व्यापक तैयारियों में जुटे हैं। बसपा मायावती के जन्मदिन पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारियों में भी जुटी है। विभिन्न दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया है। मायावती अपने जन्मदिन पर कल सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगी। इस मौके पर अपनी पुस्तक का भी विमोचन करेंगी।

कल उनके जन्मदिन समारोह में समाजवादी पार्टी के साथ ही जेडीएस, छत्तीसगढ़ कांग्रेस, इनेलो, आरजेडी व तृणमूल कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं को भी शामिल होने का न्योता दिया गया है। सभी दलों के नेताओं के दिल्ली में जुटने की संभावना को देखते हुए ही कल जन्मदिन लखनऊ के साथ दिल्ली में भी मनाने का फैसला लिया गया है।

सीट बंटवारे का ऐलान

बसपा-सपा गठबंधन की घोषणा के बाद अब कयास यह भी लगाये जा रहे हैं कि जन्मदिन के मौके पर मायावती कल लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का ऐलान कर सकती हैं। सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी पदाधिकारियों व प्रत्याशियों से मायवती लगातार संपर्क में हैं। वह संभावित प्रत्याशियों को बुलाकर उनसे बात भी कर रही हैं। कोशिश है कि कोई भी ऐलान से पहले वह परखना चाहती हैं कि एक भी कमजोर प्रत्याशी चुनाव में न उतरे।

दोनों दल यूपी की 38-38 सीटों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि दो सीटें अन्य दलों के लिए और रायबरेली-अमेठी सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी गई है। कांग्रेस को इस गठबंधन से बाहर रखा गया है और राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

गठबंधन के बाद अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती की संयुक्त रैलियों का कार्यक्रम भी तैयार है। यह दोनों नेता वाराणसी के साथ कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर समेत हर मंडल में करीब 20 रैलियां कर सकते हैं।

Exit mobile version