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दिल्ली : सुल्तानपुरी में आधार कार्ड बनवाने गई युवती से किया गैंगरेप

आधार कार्ड बनवाने गई युवती को केंद्र संचालक द्वारा अपने दोस्त की मदद से बंधक बनाकर गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। वारदात के बाद आरोपियों ने युवती को धमकी देकर बेसुध हालत में सड़क पर छोड़ दिया।

काफी देर तक सड़क पर भटकने के बाद पीड़िता ने लोगों से मदद लेकर पुलिस को वारदात की जानकारी दी। मौके पर पहुंची सुल्तानपुरी थाना पुलिस ने पीड़िता के बयान पर गैंगरेप और अप्राकृतिक यौनाचार की धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल दोनों दोस्त पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता अपने परिवार के साथ सुल्तानपुरी इलाके में रहती है और निजी कम्पनी में काम करती है।

पहले से आरोपी जानता था : युवती की मुलाकात करीब 1 वर्ष पूर्व किशन नाम के शख्स से हुई थी, जो आधार कार्ड बनवाने का केंद्र चलाता था। गत दिनों पीड़िता का पर्स चोरी होने के चलते उसका आधार कार्ड, पेन कार्ड सहित बाकि के दस्तावेज चोरी हो गए। जिसके चलते उसने अपना आधार कार्ड बनवाने के लिए 15 दिसंबर की दोपहर किशन से बात की। किशन ने पीड़िता से शाम को सुल्तानपुरी बस स्टैंड के पास आने के लिए कहा। शाम होने पर पीड़िता सुल्तानपुरी बस स्टैंड पहुंची, इसी दौरान किशन भी अपनी गाड़ी लेकर वहां पहुंच गया। जिसके बाद वह पीड़िता को लेकर आधार केन्द्र पहुंचा और वहां उसके अंगूठे का निशान लगवाने के बाद उसे जबरन अपने दोस्त जमुना दास के साथ बंधक बना लिया। दोनों आरोपी उसे जमुनादास के फ्लैट पर लेकर गए और उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।

मदद के लिए भटकती रही

वारदात के बाद पीड़िता को सड़क पर छोड़कर दोनों आरोपी फरार हो गए। उन्होंने उसे किसी को बताने पर मारने की धमकी भी दी। कुछ समय के लिए उसके कुछ नहीं सूझा। वह चुपचाप वहीं बैठ गई। इसके बाद वह मदद के लिए लंबे समय तक सड़क पर भटकती रही।

राहगीर ने की मदद

वारदात के बाद सड़क पर भटक रही युवती पर एक राहगीर की नजर पड़ी। उसने उससे पहले मामले की जानकारी ली। फिर इसकी सूचना पुलिस को दी। पीड़िता के बताए गए पते पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। यहां पीड़िता को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। पुलिस ने उसके बयान के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही गिरफ्त में होंगे।

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