Site icon Overlook

जानिए क्या है खास? लखनऊ में पहली बार पानी की बचत के लिए बना मास्टर प्लान

राजधानी लखनऊ में एक हजार वर्ग फुट के मकान से सालाना एक लाख लीटर बारिश का पानी बचाने की योजना तैयार हो रही है। केवल इतने ही नहीं इससे बड़े व छोटे भवनों से भी बारिश के पानी का संचयन होगा। इसके लिए एलडीए ने ग्राउंड वॉटर मास्टर प्लान तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। मास्टर प्लान के लिए एक करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए गए हैं।

मास्टर प्लान ग्राउंड वाटर के विशेषज्ञों से तैयार कराया जाएगा। फिलहाल लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कुछ विशेषज्ञों से बात कर इसका ड्राफ्ट तैयार कराना शुरू किया है। एलडीए ने जो ड्राफ्ट तैयार किया है उसमें 1000 वर्ग फुट की छत से सालाना एक लाख लीटर पानी बचाने की बात कही गई है।

जानकारी के अनुसार एलडीए की रिपोर्ट के मुताबिक एक लाख लीटर पानी 4 सदस्यीय परिवार पूरे 200 दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं। इतना पानी 90 सेंटीमीटर औसत बारिश होने पर बचाया जा सकेगा। जिससे बड़े स्तर पर लोगों को पानी की सप्लाई हो पाएगी।

अभी हो रही है रेन वॉटर हार्वेस्टिंग

-सरकारी भवन कार्यालय में: 89,355 वर्ग मीटर

-गैर सरकारी भवन, कार्यालय:113532.69 वर्ग मीटर

-पोखर ,तालाब, वॉटर बॉडीज: 1,41,359.16 वर्ग मीटर

-ग्रुप हाउसिंग योजनाएं: 129357 वर्ग मीटर

-10 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल की योजनाओं के ले आउट प्लान में पार्क एवं खुले क्षेत्र के साथ जलाशय भी बनाना होगा।

-पार्क एवं खुले क्षेत्र में मानकों के अनुसार एक कोने में रिचार्ज पिट व साफ्ट बनाए जाएंगे।

-सड़कों के किनारे तथा पार्कों और खुले स्थानों पर ऐसे पेड़ पौधों का रोपण होगा जिनको कम जल चाहिए होगा।

-फुटपाथ पर ब्लॉक बनेंगे।

मास्टर प्लान तैयार होने के बाद वर्षा जल संचयन अभियान चलेगा। मास्टर प्लान के प्रावधानों के अनुसार सबको बारिश का पानी बचाना होगा।

Exit mobile version