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ईरान-इज़राइल तनाव चरम पर, ट्रंप ने हमले की योजना को दी निजी मंजूरी लेकिन अंतिम आदेश रोका

तेहरान/वॉशिंगटन/यरुशलम: ईरान और इज़राइल के बीच जारी संघर्ष सातवें दिन भी जारी है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर संभावित सैन्य हमले की योजनाओं को निजी तौर पर मंजूरी दे दी है, लेकिन अंतिम आदेश रोक लिया है। व्हाइट हाउस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि क्या ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को रोकने पर विचार करता है।

ईरान ने इज़राइली अस्पताल पर किया मिसाइल हमला

ईरान की ओर से दागी गई एक मिसाइल ने इज़राइल के एक अस्पताल को निशाना बनाया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। जवाबी कार्रवाई में इज़राइल ने ईरान के अराक स्थित भारी जल रिएक्टर और नतांज के एक कथित परमाणु हथियार विकास केंद्र पर हमला किया।

इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अस्पताल पर हुए हमले को “आतंकी तानाशाहों की करतूत” बताया और कहा कि इज़राइल “कदम दर कदम” ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को खत्म करने की ओर बढ़ रहा है।

ट्रंप बोले – “अभी फैसला नहीं किया, लेकिन बड़ा हफ्ता होगा”

राष्ट्रपति ट्रंप ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “मैं कर भी सकता हूं, नहीं भी कर सकता। अगला हफ्ता बहुत बड़ा होने वाला है, शायद उससे भी पहले।”

अमेरिका ने हाल के दिनों में क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है। एक तीसरा अमेरिकी नौसैनिक विध्वंसक जहाज पूर्वी भूमध्यसागर में पहुंच गया है और एक अन्य विमानवाहक पोत अरब सागर की ओर रवाना हो चुका है। पेंटागन ने कहा है कि यह तैनाती रक्षात्मक है, लेकिन इससे अमेरिका को इज़राइल के संभावित हमलों में साथ देने की क्षमता भी मिलती है।

ईरान की चेतावनी – अमेरिका ने हस्तक्षेप किया तो अंजाम गंभीर होंगे

ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि ईरान आत्मसमर्पण नहीं करेगा और अगर अमेरिका सैन्य हस्तक्षेप करता है, तो इसके “अपूरणीय परिणाम” होंगे।

अमेरिका-पाकिस्तान की नजदीकी?

इस बीच, ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर की मुलाकात भी चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार, ट्रंप ने पाकिस्तान से सैन्य ठिकानों और बंदरगाहों की मांग की है, बदले में पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, वित्तीय सहायता और व्यापार-सुरक्षा समझौते की पेशकश की गई है। ट्रंप ने मुनीर को “चतुर नेता” बताया और इस मुलाकात को यूएस-पाक संबंधों में नए अध्याय की शुरुआत कहा जा रहा है।

‘बंकर बस्टर’ बम को लेकर ट्रंप की हिचकिचाहट

फोर्डो स्थित गहरे भूमिगत ईरानी परमाणु संयंत्र पर हमले को लेकर ट्रंप सतर्क हैं। उन्हें बताया गया कि केवल विशेष GBU-57 “बंकर बस्टर” बम ही इसे नष्ट कर सकता है, लेकिन इस बम की प्रभावशीलता पर रक्षा विभाग में मतभेद हैं। कुछ अधिकारियों का मानना है कि इतनी गहराई में केवल सामरिक परमाणु हथियार ही असरदार होंगे।

अन्य प्रमुख घटनाक्रम:

निष्कर्ष:

ईरान-इज़राइल युद्ध की आग में अब अमेरिका की भूमिका भी निर्णायक मोड़ पर आ गई है। ट्रंप का रुख फिलहाल दबाव की रणनीति पर आधारित दिख रहा है, लेकिन हालात कभी भी निर्णायक सैन्य टकराव की ओर मुड़ सकते हैं।

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