दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना की नई शुरुआत: 30 दिनों में 1 लाख साइन-अप और मोहल्ला क्लीनिकों का कायाकल्प करने का लक्ष्य

दिल्ली में नई सरकार बनते ही स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का फैसला लिया गया है। सरकार ने 30 दिनों के भीतर 1 लाख लाभार्थियों को इस योजना में नामांकित करने और 553 मोहल्ला क्लीनिकों को “अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों” (U-AAM) में अपग्रेड करने का लक्ष्य रखा है।

स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार और अपग्रेडेशन

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि दिल्ली सरकार और नगर निगम के अधीन आने वाले डिस्पेंसरी और क्लीनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर – प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (AAM-PHCs) में बदला जाए। शुरुआती चरण में 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का अपग्रेडेशन 30 दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा।

इसके अलावा, केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) के तहत 413 नए अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (U-AAMs) को ऑपरेशनल करने पर भी विचार किया जा रहा है।

किन लोगों को मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ?

इस योजना के तहत दिल्ली के 6.54 लाख गरीब परिवारों को ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। इसके साथ ही, 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के 4.5 लाख परिवार भी इस योजना में शामिल किए जाएंगे। लाभार्थियों का चयन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना के आधार पर किया जाएगा।

दिल्ली सरकार ने यह भी घोषणा की है कि वह जरूरतमंद लोगों के लिए अतिरिक्त ₹5 लाख तक का कवर प्रदान करेगी, जिससे कुल स्वास्थ्य बीमा राशि ₹10 लाख तक हो सकती है।

स्टाफ ट्रेनिंग और डिजिटल डेटा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू

सरकार ने योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए मास्टर ट्रेनर्स की ट्रेनिंग शुरू कर दी है, जो आगे चलकर 6,000 कर्मचारियों को ट्रेनिंग देंगे। इसके अलावा, बैक-एंड स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि गोल्डन हेल्थ कार्ड जनरेशन, दावों की प्रक्रिया, और मेडिकल प्री-अथॉराइजेशन की प्रक्रिया सुचारू रूप से चले।

कैसे लागू होगी योजना?

दिल्ली सरकार ने योजना को लागू करने के लिए ट्रस्ट मॉडल को अपनाने का निर्णय लिया है। इस मॉडल में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण एक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत होगा और सीधे अस्पतालों से सेवाएं खरीदेगा। बाद में, सरकार बीमा मॉडल अपनाने पर भी विचार कर सकती है, जिसमें किसी बीमा कंपनी को लाभार्थियों के कवरेज की जिम्मेदारी दी जाएगी।

दिल्ली में पहली बार लागू हो रही है आयुष्मान भारत योजना

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने इस योजना को लागू करने से इनकार कर दिया था क्योंकि उनका मानना था कि दिल्ली सरकार की मौजूदा स्वास्थ्य योजनाएं अधिक प्रभावी हैं। AAP सरकार पहले से ही सभी नागरिकों के लिए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और निजी अस्पतालों में मुफ्त सर्जरी की सुविधा प्रदान कर रही थी।

अब, भाजपा सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को अपनाने का फैसला किया है, जिससे दिल्ली देश के उन राज्यों में शामिल हो गया है जहां यह योजना लागू है। अब केवल पश्चिम बंगाल ही एकमात्र राज्य है जहां यह योजना लागू नहीं की गई है।

दिल्ली सरकार का यह कदम राजधानी में सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। अगले 30 दिनों में योजना को तेजी से लागू करने और बड़े स्तर पर लाभार्थियों को जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। अगर यह योजना सही तरीके से लागू होती है, तो यह दिल्ली के लाखों गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी