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क्या महाकुंभ मेले की अवधि बढ़ाई जाएगी? प्रयागराज डीएम ने दिया जवाब

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में अब तक 54 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं, जिससे यह एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन बन गया है। इस बीच, सोशल मीडिया पर महाकुंभ मेले की अवधि बढ़ाए जाने की अफवाहें फैल रही थीं, जिनका प्रयागराज जिला मजिस्ट्रेट (DM) रवींद्र मंडर ने खंडन किया है।

महाकुंभ 2025: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा समापन

डीएम रवींद्र मंडर ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि महाकुंभ मेला 26 फरवरी को अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि मेले का आयोजन धार्मिक “मुहूर्त” (शुभ समय) के आधार पर तय होता है, जिसे बदला नहीं जा सकता।

‘मेले की अवधि बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं’

डीएम ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, प्रशासन सभी श्रद्धालुओं के लिए सुचारु यात्रा और सुविधाएं सुनिश्चित कर रहा है। न तो सरकार और न ही जिला प्रशासन के पास मेले की अवधि बढ़ाने का कोई प्रस्ताव है। लोग इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।”

उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ के शेष दिनों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के संगम में स्नान कर सकें।

प्रयागराज में यातायात और रेलवे प्रबंधन

डीएम ने बताया कि शहर में ट्रैफिक को व्यवस्थित रखने के लिए विशेष योजना बनाई गई है, जिससे श्रद्धालुओं के साथ आम नागरिकों को भी किसी प्रकार की असुविधा न हो।

रेलवे स्टेशन बंद होने की अफवाहों का खंडन

डीएम ने स्पष्ट किया कि कोई भी रेलवे स्टेशन बिना पूर्व सूचना के बंद नहीं किया गया है। उन्होंने बताया, “दरगंज स्थित प्रयाग संगम रेलवे स्टेशन को केवल विशेष दिनों में बंद किया जाता है, क्योंकि यह मेला क्षेत्र के पास स्थित है और अधिक भीड़ को रोकने के लिए ऐसा किया जाता है। अन्य सभी रेलवे स्टेशन पूरी तरह चालू हैं और यात्री सुगमता से यात्रा कर रहे हैं।”

बोर्ड परीक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क

डीएम ने कहा कि अब तक किसी भी छात्र की बोर्ड परीक्षा मेला आयोजन के कारण नहीं छूटी है। प्रशासन ने पहले ही छात्रों और अभिभावकों को समय से परीक्षा केंद्र पहुंचने की सलाह दी थी, जिसका सभी ने पालन किया। इसके अलावा, CBSE और ICSE बोर्ड ने उन छात्रों के लिए विशेष अवसर देने की घोषणा की है, जो अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सके।

आधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करें

प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं पर ही विश्वास करें और सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें।

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