छठ पूजा में तीसरे दिन को खरना का दिन माना जाता है। शाम होने पर गुड़ की खीर का प्रसाद बना कर व्रती महिलाएं पूजा करने के बाद अपने दिन भर का उपवास खोलती हैं। फिर इस प्रसाद को सभी में बांट दिया जाता है। इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद फिर 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है।