Site icon Overlook

दिल्ली सरकार ने दिया ये जवाब: ओमिक्रॉन- दिल्ली में फिर लॉकडाउन के लगने लगे कयास

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के सामने आने से उपजी स्थिति की करीब से निगरानी कर रही है। इसके साथ ही मंत्री ने राजधानी में लॉकडाउन लगाने की संभावना को भी खारिज किया है।

दिल्ली सरकार ओमिक्रॉन वैरिएंट से प्रभावित देशों से आ रहे सभी लोगों की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि वायरस का यह वैरिएंट ‘डेल्टा’ वैरिएंट से अधिक तेजी फैलता है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 12 मरीजों के नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं, जिनमें से सिर्फ एक में ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण मिला है और पांच अन्य नमूनों की रिपोर्ट अगले दो-तीन दिन में आ जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बयान में जैन ने कहा है कि फिलहाल लॉकडाउन लगाने की कोई संभावना नहीं है। मंत्री ने यह भी बताया कि राजधानी की 93 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि करीब 60 फीसदी आबादी का पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है।

ओमिक्रॉन : तीन और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती

सोमवार को तीन और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को भर्ती कराया गया, जिनमें से दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और एक संदिग्ध मामला है। लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) के संबंधित विशेष केंद्र में कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों को आइसोलेशन में रखने और उनके इलाज की व्यवस्था है।

दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पताल के निदेशक सुरेश कुमार ने कहा कि वर्तमान में केंद्र में कुल 26 लोग हैं जिनमें से 19 संक्रमित हैं और सात संदिग्ध मामले हैं। आज पहुंचे तीन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से दो कोविड-19 से पीड़ित पाए गए हैं। तीनों भारतीय हैं और वे दुबई, फ्रांस तथा ब्रिटेन से आए हैं। दिल्ली में रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था, जिसमें तंजानिया से पहुंचा और कोविड टीके की दोनों खुराक ले चुका 37 वर्षीय एक व्यक्ति संक्रमित मिला।

रांची निवासी मरीज ने दो दिसंबर को कतर एयरवेज की उड़ान से तंजानिया से दोहा और वहां से दिल्ली की यात्रा की थी।