आज है दुर्गा अष्टमी , करे महागौरी की पूजा –

इन नौ दिनों में अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है, इसे दु्र्गाष्टमी भी कहा जाता है। अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। दुर्गा अष्टमी को महाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। । अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। अष्टमी तिथि पर 2 से 10 साल की उम्र की नौ कन्याओं की पूजा,भोजन और उपहार देते हुए दुर्गा मां की पूजा की जाती है। मान्यता है 2 से 10 साल की उम्र तक की कन्याओं में मां दुर्गा का वास होता है। अष्टमी तिथि पर मां को हलुआ,पूरी,सब्जी,काले चने एवं नारियल का भोग लगाएं , अष्टमी की पूजा करने के बाद दिन में सोना नहीं चाहिए। घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए, इस दिन दुर्गा माता के मंदिर में या सुहागिन महिला को लाल रंग की साडी और श्रृंगार का सामान देना चाहिए।