ऑइल ऐंड गैस इंडस्ट्री में डरकर नहीं डटकर किया काम, कुएं से तेल निकलवाने से लेकर टीम को हैंडिल करना भी सीखा

जब आप अपने करिअर के बारे में सोचती होंगी तो एसी रूम, कांच की लंबी सी बिल्डिंग और कॉरपोरेट कल्चर की कल्पना होती होगी, लेकिन ऑइल ऐंड गैस इंडस्ट्री एक ऐसी फील्ड है जहां सिर से पांव तक ढंकने वाली पीपी ड्रेस, सिर पर हैट, आंखों पर चश्मा, हाथों में ग्लव्स के साथ काम की शुरूआत होती है। एक ऐसी फील्ड जहां सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी का नारा बुलंद होता है। इसी फील्ड को बतौर करिअर चुना राजस्थान की दबंग लड़की सीमा रायल ने और ऑइल इंडस्ट्री में पहली इंस्टोलेशन मैनेजर बनकर उभरीं। 39 साल की सीमा रायल भास्कर वुमन से बातचीत में कहती हैं, ‘राजस्थान की चिलचिलाती धूप और तपती रेत ने मुझे बचपन से ही मजबूत बना दिया। डर क्या होता है ये मैंने कभी जाना ही नहीं। यही वजह रही कि मैंने इलेक्ट्रिकल इंजीनिर बनने का सपना संजोया। घर में तीन भाइयों के बीच इकलौती बड़ी बहन होने के बावजूद मेरी परवरिश ‘फूल की कली’ की तरह नहीं बल्कि स्पोर्ट्स ग्राउंड में दौड़ा कर करवाई गई। पेरेंट्स ने कभी यह अहसास नहीं दिलाया कि लड़की हूं तो घर के काम पहले सीखूं।जब पहली नौकरी मिली
उस समय लड़कियां ज्यादा स्पोर्ट्स में नहीं जाती थीं, लेकिन मैंने कॉलेज के दौरान लड़कियों की टीम बनाई और उन्हें गेम खिलाया। मैं खुद नेशनल और स्टेट लेवल पर कई गेम खेल चुकी हूं। कॉलेज के तीन साल तो खूब पढ़ाई की और कॉन्पीटीशन में गई। चौथे साल में प्लेसमेंट के लिए कंपनीज कॉलेज में आने लगीं। केयर्न कंपनी में पहली नौकरी मिली। ये सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि दुनिया के लिए सीख थी। जान का खतरा मोल लेने वाला काम
एक इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनीयर का काम बहुत जिम्मेदारी वाला होता है। ऑइल प्लांट के कई उपकरणों को स्वचालित करके चलाना होता है। कुएं से तेल निकाला जाता है। कुएं में से तेल निकालने के लिए उसमें वॉल्स लगाते हैं। ये कुछ वॉल्स मैनेवल होती हैं, कुछ ऑटोमेटिक होती हैं। वॉल को कमांड मिलेगी, तब वो खुलेगी और तेल ऊपर आएगा। हम तेल में से पानी, गैस और मिट्टी अलग करते हैं। सिर्फ तेल को आगे भेजा जाता है। ये तेल पाइपलाइन के जरिए आगे पहुंचता है। इस काम में प्रेशर बहुत मायने रखता है। अगर किसी वेसेल का प्रेशर तेज हो गया तो वह फट जाएगी। दूसरा तेल के तापमान को भी देखना पड़ता है। तेल का टेंपरेचर मेंटेन करना होता है। जिस जगह काम चल रहा है और जो कंट्रोल रूम है उसकी दूरी ज्यादा होती है, तो कम्यनिकेशन बनाने के लिए जमीन में फाइबर ऑप्टिक केबल डालते हैं। किसी प्लांट को चलाने का काम इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियर करता है। जब जमीन से तेल निकाला जाता है तब भी जान का खतरा रहता है। जमीन से खतरनाकर गैसें भी निकलती हैं।