एनटीपीसी टांडा की दो इकाइयों में भी बिजली उत्पादन पर संकट

कोयले की कमी से पूरे देश में बिजली पर संकट छाया हुआ है। एनटीपीसी टांडा में 110 मेगावाट की चार इकाइयों में विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। अब फेज टू में एनटीपीसी विस्तारीकरण के तहत नवनिर्मित 1320 मेगावाट के दो इकाइयों में भी बिजली उत्पादन को लेकर संकट के बादल छाए हुए हैं।एनटीपीसी टांडा के अधिकारी और कर्मचारी बिजली उत्पादन और कोयले की आपूर्ति के संकट को लेकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। हालांकि उनके स्तर से प्रयास किया जा रहा है कि यहां पर सब कुछ सकारात्मक हो।

एनटीपीसी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि परियोजना के अधिकारियों का प्रयास है कि 1320 मेगावाट की दो नवीन परियोजना में बिजली उत्पादन को पूरी क्षमता के साथ हो क्योंकि पहले ही फेज वन की चार इकाइयों के 440 मेगावाट में बिजली उत्पादन ठप है। इससे यहां से जिन राज्यों में बिजली आपूर्ति की जाती है वहां पर संकट की स्थिति बनी हुई है। दोनों फेज में कुल 1760 मेगावाट बिजली उत्पादन होता रहा है।