प्रखंड के कोहबारी गांव में पत्थर उत्खनन से बना गढ़ा क्षेत्र में मौत का कुआं के रूप में चर्चित होने लगा है। क्योंकि यहां पहले भी दो व्यक्ति की डूबने से मौत हो चुकी है। साथ ही रविवार को दो बच्चे इसी गढ़े में नहाने के दौरान डूबकर मर गए। कोहबारी गांव की रहने वाली कलवा देवी एवं नन्हकु मांझी ने बताया कि हमलोग भी बस्ती के अन्य लोगों के साथ इस जगह पर पत्थर तोडने का काम किए है। बहुत पत्थर निकला है जिसके कारण गढा हो गया है और गहराई बहुत ज्यादा है। इसमें पहले दो और लोगों की मौत हुई है जो पडेया के रहने थें। कलवा देवी कहती है कि वन विभाग के पदाधिकारी लोग अवैध पत्थर खनन पर रोक लगाएं थे तब से यहां पत्थर तोडने का काम बंद हुआ। लेकिन इसको घेरकर सुरक्षित किया नही किया गया है। जिसके कारण आए दिन यहां पर घटनाएं होती है। कारी चटटान सुनसान जगह है। इस क्षेत्र में ग्रामीण जानवर चराने जाते हैं। घटना घटित होने पर किसी को कानोकान खबर तक नहीं होती।
पहले भी दो का शव होने का खुलासा जानवर चराने वालों ने किया था और रविवार को भी दो बच्चे के डूबने का खुलासा जानवर चराने वालों ने ही किया। हो-हल्ला करने पर ग्रामीण जुटे और दोनों बच्चे का शव गढ़े से निकालकर इलाज के लिए गया मगध मेडिकल कालेज सह अस्पताल ले गए। लेकिन रास्ते में दोनों बच्चे की मौत हो गई। मृतक बच्चा संजीत कुमार व आनंद कुमार था।