रोहतक रोड धंसने के मामले में लोक निर्माण विभाग की जांच पर सवाल, डीसी द्वारा थर्ड पार्टी जांच के आदेश

जुलाई में बारिश के बाद रोहतक रोड धंसने के मामले में लोकनिर्माण विभाग द्वारा एनआईटी कुरुक्षेत्र से करवाई गई जांच के मामले में अब विभागों के बीच रार शुरू हो गई। नगर परिषद जहां पहले ही इस जांच पर सवाल उठ रही है, ऐसे में अब जिला नगर आयुक्त संजय बिश्नोई ने लोकनिर्माण विभाग से सड़क निर्माण का पूरा ब्योरा मांगा है। इसी के आधार पर तय होगा कि सड़क का निर्माण किस प्रकार किया। वहीं लोकनिर्माण विभाग द्वारा करवाई गई जांच पर डीएमसी ने कहा कि विभाग खुद इस मामले में पार्टी है। ऐसे में डीसी नरेश कुमार ने थर्ड पार्टी जांच के आदेश दिए हैं और अब इसी के अनुसार जांच होगी।

गौरतलब है कि जुलाई में आई बारिश में रोहतक रोड बनने के करीब एक महीने बाद ही धंस गया था। इसका निर्माण लोकनिर्माण विभाग द्वारा करवाया गया है और यहां नगर परिषद द्वारा बरसाती पानी निकासी के लिए पाइप लाइन डाले गए हैं। इसकी एवज में नगर परिषद द्वारा लोकनिर्माण विभाग को करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये दिए गए हैं। ऐसे में अब नगर परिषद यह सुनिश्चित करना चाहता है कि जिस बीटी बिल की एवज में राशि ली गई है, उसके अनुसार काम हुआ है या नहीं।

जांच रिपोर्ट में लोकनिर्माण विभाग का बचाव

वहीं नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार लोकनिर्माण विभाग ने अपने स्तर पर कुरुक्षेत्र एनआईटी से जांच करवाई है। इसमें सड़क धंसने का मुख्य का पानी का रिसाव बताया गया है। जब निरीक्षण में ऐसा लग रहा है कि सड़क धंसने के कारण ही पाइपलाइन भी टूटी है। जांच लोकनिर्माण विभाग द्वारा करवाई गई है, ऐसे में उसका बचाव किया गया है।

बड़ा सवाल

वहीं नगर परिषद व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सड़क धंसने पर बड़ा सवाल उठा रहे हैं। सवाल यह है कि रोहतक रोड पर तो पाइपलाइन में रिसाव के कारण सड़क धंस सकती है। लेकिन मिनी बाईपास पर तो काई पाइपलाइन भी नहीं है। यहां भी सड़क धंसी है। ऐसे में इन विभागों का मानना है कि चूक लोकनिर्माण विभाग से हुई है।

तय की जाएगी जवाबदेही

पहले दिन से ही अधिकारी एक दूसरे पर टाल रहे हैं। लेकिन ऐसे काम नहीं चलेगा। जवाबदेही तय होगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके लिए विधानसभा की सब्जेक्ट कमेटी जांच कर रही है।

डॉ. कृष्ण मिड्ढा, भाजपा विधायक जींद।

आठ अधिकारियों व कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज

वहीं इस मामले में अगस्त महीने में विधानसभा की सब्जेक्ट कमेटी द्वारा जांच की गई थी। इसमें जनस्वास्थ्य विभाग के तीन, नगर परिषद के तीन व लोकनिर्माण विभाग के दो अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। ऐसे में इन पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।

मांगी गई है जानकारी

लोकनिर्माण विभाग से रोहतक रोड की डीपीआर की जानकारी मांगी गई है। इसके बाद ही निरीक्षण व जांच का औचित्य है। डीसी द्वारा थर्ड पार्टी जांच के आदेश किए गए हैं। जांच करवाई जा रही है।