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वेस्ट यूपी के 14 जिलों में किसानों के ट्यूबवेल पर लगने शुरू हुए बिजली मीटर, बिल आएगा फ्लैट रेट पर

पश्चिमांचल के 14 जिलों में किसानों के ट‌्यूबवेल कनेक्शनों पर मीटर लगाने का काम शुरू हो गया। इसे लेकर किसानों में खलबली है। हालांकि ऊर्जा मंत्री से लेकर एमडी पीवीवीएनएल ने कहा कि किसानों के कनेक्शन पर मीटर सिर्फ ऊर्जा की खपत मापने के लिए लगाए जा रहे हैं। बिजली बिल से इसका कोई संबंध नहीं है। किसानों से पहले की तरह फिक्स दरों पर ही बिजली बिल वसूले जाएंगे। उधर, किसान संगठनों के प्रतिनिधि और किसान सरकार के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं।

पश्चिमांचल के 14 जिलों में करीब 67 लाख उपभोक्ताओं में से किसानों के बिजली कनेक्शनों की संख्या करीब 15 लाख के आसपास है। उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर पुराने मीटर हटाने के साथ ही स्मार्ट मीटर लगाए गए। वहीं गांवों में भी स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं। ऐसे में लोगों की शिकायतें हैं कि स्मार्ट मीटर तेज चल रहे हैं, जिससे वे परेशान हैं। अब किसानों के कनेक्शनों पर भी मीटरिंग हो रही है। पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में किसानों के ट्यूबवेलों पर मीटर लगाकर बिजली खपत मापी जाएगी। ऐसे में किसानों को डर है कि कहीं मीटर आधारित बिलिंग शुरू न हो जाए। स्थिति यह है कि ग्रामीण इलाकों में कुछ किसानों की ट्यूबवेल बिजली आने पर चलती रहती हैं। इसके पीछे कारण है कि उनकी ट्यूबवेल पर ऑटोमैटिक स्विच लगे हैं।

किसान कर रहे बिजली मीटर लगाने का विरोध :

किसानों के बिजली कनेक्शन पर मीटर लगाए जाने का हालांकि किसान और किसान संगठनों के प्रतिनिधि विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि भले ही मीटर लगाकर ऊर्जा की खपत मापने और फ्लैट रेट (फिक्स चार्ज) आधार पर ही बिल लिए जाने की बात कही जा रही हो, लेकिन एक आदेश कर किसानों से मीटर के आधार पर बिल की वसूली शुरू कर दी जाएगी। भारतीय किसान आंदोलन के अध्यक्ष कुलदीप त्यागी, राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय मीडिया कोआर्डिनेटर सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि यदि खपत का आंकलन करने के लिए ही पश्चिमांचल में किसानों के ट्यूबवेल कनेक्शन पर मीटर लगाए जा रहे हैं तो यह फैसला सही नहीं है। वह भी तब जब किसानों से फिक्स दरों पर ही बिजली बिलों की वसूली की जानी है।

ऊर्जा मंत्री ने एमडी पीवीवीएनएल को दिए आदेश :

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने एमडी पीवीवीएनएल अरविंद मल्लप्पा बंगारी को निर्देश दिए कि वह पश्चिमांचल की समीक्षा करें। किसानों से ट्यूबवेल कनेक्शन पर फिक्स दरों पर ही बिजली बिल की वसूली हो। मीटर सिर्फ खपत मापने के लिए लगाए जा रहे हैं। मीटरों के बिल से कोई संबंध नहीं है। एमडी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने ऊर्जा मंत्री के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है।

किसानों से फ्लैट रेट पर ही होगी बिल वसूली :

अरविंद मल्लप्पा बंगारी, एमडी पीवीवीएनएल बताते हैं  कि पश्चिमांचल में किसानों के कनेक्शन पर मीटर लगाए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य मीटर के मुताबिक बिल की वसूली नहीं, बल्कि खपत का आंकलन करना है। किसानों से फ्लैट रेट पर ही बिजली बिल की वसूली की जाएगी। किसान इसमें कतई भ्रमित अथवा परेशान न हो।