कुचायकोट प्रखंड के रमजिता (भोजछापर) स्थित रामेश्वर कर्तानाथ मंदिर इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत है। जल्दी ही यह स्थान पर्यटन स्थल के रूप में विकास होगा। ये बातें सूबे सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह ने कही। शुक्रवार की देर शाम रामेश्वर कर्तानाथ मंदिर पहुंचे मंत्री सुभाष सिंह यहां पूजा अर्चना करने के बाद निवर्तमान एमएलसी आदित्यनारायण पाण्डेय के साथ नारायणी आरती में शामिल हुए। सावन महीने में गंडक नदी के किनारे स्थित इस मंदिर के पास नदी के पट पर वाराणसी की तर्ज पर प्रत्येक सोमवार व शनिवार की रात नारायणी आरती आयोजित करने की परंपरा शुरू की गई है। नारायणी आरती में शामिल होने के बाद मंत्री सुभाष सिंह ने कहा कि इस जगह को पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।बहुत जल्द ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा। लगभग नौ करोड़ की लागत से मंदिर का सुंदरीकरण का कार्य किया जाएगा। निवर्तमान एमएलसी आदित्यनारायाण पाण्डेय ने कहा कि कर्तानाथ मंदिर का विकास होने से पूरे क्षेत्र का विकास होगा और यह पर्यटन का प्रमुख केंद्र होगा । यह मंदिर नारायणी नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर का इतिहास लगभग तीन सौ साल पुराना है। त्रिवेणी के संगम पर स्थित यह मंदिर लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। यह स्थल सैनिक स्कूल और इंजीनियरिग कालेज के समीप है। नारायणी आरती में रविप्रकाश मणि त्रिपाठी, चंदन तिवारी, चंद्रेश सिंह, बीरबली राय, नागवाली तिवारी, विपिन ठाकुर सहित तमाम लोग शामिल हुए।