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ओलंपिक खेलों में डंका बजाकर लौटी भारतीय हॉकी टीमों ने केक काटकर ऐसा मनाया जश्व

टोक्यो ओलंपिक में 41 साल का सूखा खत्म करके ब्रॉन्ज मेडल लेकर भारत लौटी भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम ने दिल्ली के अशोका होटल में केक काटकर जश्न मनाया। ओलंपिक खेलों में पहली बार सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों ने केक काटने के बाद नेशनल एंथम भी गाया। ओलंपिक में अपना दमखम दिखाकर भारतीय दल आज टोक्यो से स्वेदश लौटा है और इन प्लेयर्स को उनके दमदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा। ओलंपिक 2020 भारत के लिए यादगार रहा और देश ने पहली बार 7 मेडल अपने नाम किए।

भारत की पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेले गए सांस रोक देने वाले मुकाबले में टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर 1980 के बाद ओलंपिक खेलों में मेडल पर कब्जा किया। टीम इंडिया की ओर से इस ऐतिहासिक मुकाबले में सिमनरजीत सिंह ने दो, जबकि हरमनप्रीत, हार्दिक और रुपिंदर सिंह ने एक-एक गोल दागा। वहीं, दूसरी तरफ भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी अपने खेल से देश का सीना चौड़ा किया और पहली बार सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। हालांकि, रानी रामपाल की अगुवाई में टीम को ब्रॉन्ज के लिए खेले गए मैच में ग्रेट ब्रिटेन के हाथों हार झेलनी पड़ी और टीम का मेडल के साथ स्वदेश लौटना का सपना अधूरा रह गया। भारत पहुंचने पर हॉकी टीमों का जोरदार स्वागत हुआ और फैन्स ने भारत माता की जय के जमकर नारे लगाए। ओलंपिक खेलों में भारत का यह अबतक का सबसे बेस्ट प्रदर्शन रहा और देश ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज के साथ कुल 7 मेडल पर कब्जा किया। नीरज चोपड़ा ने देश को एकमात्र गोल्ड मेडल जैवलिन थ्रो में दिलाया और वह भारत की तरफ से ओलंपिक में गोल्ड लाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने। भारत को ओलंपिक 2020 में पहला मेडल वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने दिलाया था। मणिपुर के इस खिलाड़ी ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद पीवी सिंधु ने बैडमिंटन, लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में देश को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। पहले बार ओलंपिक खेलों में उतरे रेसलर रवि दहिया ने अपने प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीतते हुए कुश्ती में सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। वहीं, पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो में 41 साल के सूखे को खत्म करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

नीरज चोपड़ा के मैच से ठीक पहले भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने भी देश की झोली में एक कांस्य पदक डाला।

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