जम्मू, । सेना कमांडर ने घाटी में आतंकवाद की राह पकड़ चुके युवाओं को बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी स्थानीय युवा आतंकवाद को छोड़ेगा, उसकी मुख्यधारा में सुरक्षित वापसी होगी। उन्होंने कहा कि वह कश्मीर की सभी माताओं से अपील करते हैं कि वे अपने बेटों को बंदूक न उठाने दें। जिनके बच्चे भी आतंकवाद में शामिल हो चुके हैं, उन्हें वे वापिस बुलाएं।
वह अश्वस्त करते हैं कि सभी युवाओं को मुख्य धारा में सुरक्षित वापिसी करेंगे। यह बात 15 कोर के जीओसी ले.जनरल केजेएस ढिल्लों ने श्रीनगर में जम्मू कश्मीर लाइट इंफैट्री की पासिगं आउट परेड में कही। इसमें 152 युवा सेना में शामिल हुए। उन्होंने कहा माताएं यह सुनिश्चित बनाएं कि उनके बेटे बंदूक न उठाएं। कई ऐसे होंगे जो कि आतंकवादी बन चुके हें लेकिन मुख्य धारा में वापस लौटना चाहते हैं। ऐसे युवाओं की सेना मुख्यधारा में वापिसी सुनिश्चित बनाएगी। गौरतलब है कि ले.जनरल केजेएस ढिल्लों ने पुलवामा हमले के बाद भी एक पत्रकार वार्ता में घाटी की सभी माताओं से अपील की थी कि वे बंदूक उठा चुके अपने बेटों को वापिस बुलाएं।
अगर ऐसा नहीं हुआ तो बंदूक उठाने वाले युवाओं ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो उनको मार दिया जाएगा। पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के चालीस जवान शहीद हो गए थे।